फर्जी सिम बेचने वाले दो आरोपी गिरफ्तार:सिम पोर्ट और न्यू सिम देने के बहाने आईडी लेकर निकाल लेते थे दो सिम

दुर्ग पुलिस ने दूसरों के नाम पर सिम निकालकर उन्हें अधिक दर पर दूसरे लोगों को बिना आईडी के बेचने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनो आरोपी एयरटेल और जियो कंपनी के लिए काम करते थे। जामुल पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने सीता देवी यादव (30 साल) निवासी सुंदर विहार कालोनी फेस 2 एयरटेल कंपनी की प्रमोटर थी और उसका साथी मुनेंद्र यादव (40 साल) निवासी मंगल बाजार जियो कंपनी में काम करता था। इनके खिलाफ बिना जान पहचान व दस्तावेज लिए सायबर अपराध करने वालों को महंगे दाम पर सिम बेचने का मामला दर्ज किया गया है। सीता देवी ने भास्कर को बताया कि वो एयरटेल कंपनी में दो साल पहले फील्ड वर्कर के पद पर काम करती थी। मुनेंद्र यादव उसका एजेंट था। उस समय थाम लगाने के सिस्टम नहीं था। लोगों को सिम पोर्ट कराना होता था या नया सिम लेना होता था तो उनके आधार व अन्य दस्तावेज को स्कैन करके सॉफ्टवेयर में अपलोड करना होता था। सीता एक ही दस्तावेज को दो बार अपलोड करती थी और उस आईडी से दो सिम जनरेट करती थी। इसके बाद एक सिम दस्तावेज देने वाले ग्राहक को दे देती थी और एक सिम अपने पास रख लेती थी। जब उसके पास 10-20 सिम इकट्ठा हो जाते थे तो वो उन्हें महादेव व अन्य सायबर फ्राड करने वाले लोगों को बिना आईडी लिए अधिक दर में बेज देती थी। जब इसकी जानकारी कुंआ शिव मंदिर के पास कुरुद निवासी आशीष चतुर्वेदी (28 साल) को हुई। उसे पता चला कि उसके नाम पर दो सिम इश्यू हुई हैं। इसमें एक सिम वो चला रहा है और दूसरी सिम सायबर अपराध करने वालों को दी गई है तो उसने इसकी शिकायत जामुल थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच की और आरोप सही पाए जाने पर दोनो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ऑफर का लालच देकर कर रहे थे सिम पोर्ट पुलिस की जांच में पता चला है कि सीता देवी और मुनेंद्र यादव दोनों साथ मिलकर कंपनी का ऑफर का लालच देकर घूम घूमकर जगह जगह स्टॉल लगाते थे और लोगों का सिम पोर्ट करते थे। ईसी दौरान उन्होंने आशीष चतुर्वेदी का आधार कार्ड लिया और धोखे से उनके नाम पर दो सिम इश्यू कर दी।

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