फर्जी-NGO बनाकर छत्तीसगढ़ समेत देशभर में 150 करोड़ की ठगी:ठेका दिलवाने का देते थे झांसा, मास्टरमाइंड-दंपती के पास 26 फ्लैट,ढाई करोड़ की रेंज-रोवर भी

फर्जी NGO बनाकर CSR फंड से करोड़ों का ठेका दिलाने के नाम पर 15 राज्यों में 150 करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड रत्नाकर उपाध्याय और संस्था की डायरेक्टर अनिता उपाध्याय को जशपुर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने दिल्ली में ‘राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन’ नाम से एक फर्जी एनजीओ रजिस्टर कराया था। इसके जरिए वे कई राज्यों में कारोबारियों और सप्लायर्स को झांसा देते थे कि उनकी संस्था को सरकार से CSR फंड मिल रहा है, जिससे गरीब बच्चों के लिए किताबें, ड्रेस, स्वेटर, बैग और जूते की सप्लाई के लिए ठेका दिया जाएगा। झांसे में आकर कारोबारी आरोपियों को सुरक्षा राशि के तौर पर 25 लाख, प्रोसेसिंग फीस और कमीशन के नाम पर 10 लाख रुपए तक की रकम दे देते थे। ठगी की रकम से आरोपियों ने दिल्ली में दो और लखनऊ में 24 फ्लैट खरीदे हैं, जिसकी कीमत 40 करोड़ है। इनके पास ढाई करोड़ की रेंज रोवर कार भी है। जशपुर जिले के पत्थलगांव निवासी व्यापारी अमित अग्रवाल ने 20 अप्रैल 2025 को थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ 5.70 करोड़ रुपए की ठगी हुई है। तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। पत्थलगांव के व्यापारी से की 5.70 करोड़ की ठगी शिकायत के बाद जांच में सामने आया कि यह कोई धोखाधड़ी नहीं, बल्कि एक गिरोह की ओर से बड़े पैमाने पर किया जा रहा घोटाला है। जैसे ही पुलिस जांच में आगे बढ़ी, आरोपी अपने मोबाइल का स्विच ऑफ कर फरार हो गए। इस बीच जशपुर पुलिस की टीम ने अनिता उपाध्याय से बात की। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ने की योजना बनाई। 1000 करोड़ के काम के ऑफर से पकड़ाए योजना के तहत एक पुलिस अधिकारी ने खुद को छत्तीसगढ़ मंत्रालय का अधिकारी बताकर उससे संपर्क किया और उसे दिल्ली के चाणक्यपुरी में मिलने बुलाया। उन्होंने आरोपियों सरकार की तरफ से 1000 करोड़ का काम दिलाने की बात कही। पुलिस अफसर ने मुलाकात के दौरान अनिता के मोबाइल से ही रत्नाकर उपाध्याय से भी संपर्क किया। फिर उसी नंबर को ट्रेस कर पुलिस टीम ने दिल्ली के सागरपुर इलाके से दोनों आरोपियों को धर दबोचा। फरार तीसरे आरोपी की तलाश जारी गिरोह का तीसरा सदस्य सौरभ सिंह फिलहाल फरार है। पुलिस का कहना है कि उसकी तलाश तेज कर दी गई है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में तीन कारोबारियों से ठगी आरोपियों ने पत्थलगांव के कारोबारी अमित अग्रवाल से 5 करोड़ 70 लाख। टी-बर्ड इंटर प्राइजेज बिलासपुर और पूर्णिमा ट्रेडिंग रायगढ़ के दो कारोबारियों से 5-5 करोड़ की ठगी की है। बता दें कि 2021 में लखनऊ से राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन के नाम से एनजीओ रजिस्टर कराया गया। जिसकी डायरेक्ट अनिता उपाध्याय, रत्नाकर उपाध्याय और को फाउंडर, सौरभ सिंह बने, जिनका छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र समेत कुल 15 राज्यों में कार्यक्षेत्र था। ………………………………….. क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें 3 राज्यों में 84 करोड़ की साइबर ठगी:सरकारी-निजी बैंकों के लोग ठग गैंग से जुड़े, 1 बैंक में ठगों के 100 से अधिक खाते खोले छत्तीसगढ़ पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ छत्तीसगढ़ के अलावा राजस्थान और ओडिशा में 40 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान करीब 25 गैंग के 62 ठगों को गिरफ्तार किया। इनमें तीन नाइजीरियाई भी शामिल हैं। तीनों नवा रायपुर में एक निजी शिक्षण संस्थान के हॉस्टल से पकड़े गए। पढ़ें पूरी खबर…

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