2016 में यूट्यूब चैनल से शुरू हुई एडटेक कंपनी फिजिक्सवाला को वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 72.3 करोड़ रुपए का मुनाफा (कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर यह 62.4% बढ़ा है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 44.5 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशन से कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 26.33% बढ़कर 1,051.36 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में यह 832.17 करोड़ रुपए रहा था। दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 1,098.40 करोड़ रुपए की कमाई की है। सालाना आधार पर यह 27.30% बढ़ी है। पिछले साल की जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी ने 862.78 करोड़ रुपए की कमाई की थी। कंसॉलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। शेयर ने इश्यू प्राइस से अब तक 24% रिटर्न दिया फिजिक्सवाला का शेयर सोमवार को 0.029% की तेजी के साथ 135.94 रुपए पर बंद हुआ। 21 दिन पहले 18 नवंबर को ही कंपनी का शेयर 33% के प्रीमियम के साथ ₹145 रुपए पर लिस्ट हुआ था। वहीं इश्यू प्राइस से अब तक कंपनी के शेयर ने 24% रिटर्न दिया है। इसका इश्यू प्राइस ₹109 था। लिस्टिंग के बाद शेयर उसी दिन 12% और चढ़कर ₹161.99 तक पहुंच गया था। हालांकि ये 156 रुपए पर बंद हुआ था। फिजिक्सवाला का मार्केट कैप 39.62 हजार रुपए करोड़ हो गया है। IPO से पहले कंपनी की वैल्यूएशन करीब ₹30 हजार करोड़ थी। फिजिक्स वाला के IPO से जुड़ी खास बातें… अलख पांडे ने शुरू की थी फिजिक्स वाला फिजिक्स वाला अलख पांडे ने शुरू की थी, जो यूट्यूब चैनल से बड़ा एडटेक ब्रांड बना। कंपनी जेईई, नीट, यूपीएससी और स्टेट लेवल एग्जाम की तैयारी कराती है। ऑनलाइन के साथ-साथ PW पाठशाला सेंटर्स से हाइब्रिड मॉडल चलाती है। अभी 300 से ज्यादा ऑफलाइन-हाइब्रिड सेंटर्स हैं। कंपनी का फोकस अफोर्डेबल कोचिंग और टियर-2, टियर-3 शहरों पर है। अलख पांडे आज शाहरुख से भी ज्यादा अमीर ये एक ऐसे लड़के की कहानी है, जो बचपन में ‘एवरेज’ स्टूडेंट था। मैथ्स से डरता था और घर की हालत ऐसी कि पिता की नौकरी चली गई, घर, स्कूटर सब बिक गया। लड़के का नाम था अलख पांडे। लेकिन आज वही अलख ‘फिजिक्स वाला’ के नाम से मशहूर है। एक एडटेक यूनिकॉर्न फाउंडर, जिसका सफर 9 साल पहले यूट्यूब चैनल से शुरू हुआ था। आज अलख की कंपनी की वैल्यूएशन करीब ₹39 हजार करोड़ है। अक्टूबर में जारी हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 के मुताबिक, अलख पांडे की नेटवर्थ ₹14,510 करोड़ है, जो शाहरुख खान की ₹12,490 करोड़ की नेटवर्थ से भी ज्यादा है। अब अलख पांडे की कहानी को चैप्टर वाइज जानते हैं… चैप्टर 1: गरीबी की छाया में बचपन अलख का जन्म 1991 में प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ। घर की हालत बिल्कुल टाइट। पिता की नौकरी चली गई, घर और स्कूटर तक बिक गया। फैमिली को छोटी सी किराए की जगह में शिफ्ट होना पड़ा। पापा साइकिल पर तेल बेचने लगे, ताकि दो वक्त की रोटी चल सके। अलख तब आठवीं क्लास में थे। स्टूडेंट्स में ‘बिल्कुल एवरेज’, मैथ्स तो जैसे दुश्मन। लेकिन इन मुश्किलों ने उन्हें जिम्मेदार बनाया। पढ़ाई पर फोकस किया, लेकिन पैसों की तंगी को देखते हुए छोटे बच्चों को ट्यूशन भी देने लगे। अलख कहते हैं- “मैंने महसूस किया कि मैं दिल से टीचर हूं। चैप्टर 2: कॉलेज छोड़कर फुल-टाइम ट्यूटर प्रयागराज के कॉलेज में पढ़ाई शुरू की, लेकिन तीसरे साल में दिल भर गया। अलख कहते है कि उनका “ट्रेडिशनल एजुकेशन से इंटरेस्ट खत्म,” हो गया था। फैमिली ने कॉलेज छोड़ने के लिए मना किया, लेकिन उन्होंने फिर भी ड्रॉपआउट मार लिया। फुल-टाइम ट्यूटर बन गए। उस समय वो अलग-अलग कोचिंग क्लासेस में फिजिक्स पढ़ाते थे। लेकिन, हालत इतनी खराब थी कि दोस्त की गाड़ी से कोचिंग जाना पड़ता था और कई बार ऐसा लगता था कि रास्ते में गाड़ी का पेट्रोल न खत्म हो जाए। फिर 2015 में फेसबुक पेज बनाया, जो फ्लॉप हो गया। चैप्टर 3: यूट्यूब से 8 हजार रुपए की पहली कमाई 2016 में यूट्यूब चैनल शुरू किया। नाम रखा ‘फिजिक्स वाला’। वीडियो बनाए, एडिट किए, पोस्ट किए। टीचिंग स्टाइल कमाल की थी। देसी ह्यूमर, शायरी, रियल-लाइफ स्टोरीज और स्टूडेंट्स से सीधा कनेक्ट। उनका एक्टिंग का शौक यहां काम आया। एक साल तक कंटेंट डालते रहे। आखिर में 8 हजार रुपए की पहली कमाई आई। कोचिंग से भी अच्छी सैलरी आने लगी थी। सब कुछ स्मूथ चल रहा था। लेकिन जब सब ठीक चल रहा था, तब जॉब छोड़ दी। कोई दूसरी नौकरी नहीं, कोई प्लान बी नहीं। अब फुल-टाइम यूट्यूब पर वीडियो बनाने लगे। धीरे-धीरे सब्सक्राइबर्स बढ़ने लगे और अलख बच्चों के बीच पॉपुलर चेहरा बन गए। 2020 में लाइव क्लासेस के लिए खुद का एंड्रॉयड एप लॉन्च किया। कुछ ही दिनों में इसके 35,000 यूजर्स हो गए। फिजिक्स वाला के फाउंडर अलख पांडे अकेले नहीं है। इस स्टार्टअप को बनाने में उनकी मदद प्रतीक महेश्वरी ने की। प्रतीक स्टार्टअप मैनेजमेंट के एक्सपर्ट हैं। अलख कहते हैं, “मैं टीचिंग से प्यार करता हूं, बिजनेस नहीं। प्रतीक ने मैनेजमेंट संभाला।” चैप्टर 4: कोविड से बिजनेस को बूस्ट कोविड-19 के कारण देश में लॉकडाउन लग गया। इससे ऑनलाइन लर्निंग को बूम मिला। तेजी से एप यूजर्स बढ़ने लगे। आज PW एप पर 1 करोड़ से ज्यादा स्टूडेंट्स पेड मेंबर हैं। 80 यूट्यूब चैनल्स से 3.6 करोड़ से ज्यादा स्टूडेंट्स को एजुकेशन मिल रहा है। 2020 में राजस्थान के कोटा में PW विद्यापीठ नाम से पहला ऑफलाइन सेंटर भी खोला था। आज 100+ शहरों में 120+ ऑफलाइन सेंटर्स है। कंपनी IIT JEE, नीट, गेट, NDA, UPSC जैसे एग्जाम की तैयारी करवाने के साथ स्कूल प्रिपरेशन भी करवाता है। इसके कोर्सेज की सस्ती कीमतों ने ब्रांड को मजबूत बनाया है। JEE और NEET के एक साल के बैच की फीस ₹2000 से ₹5000 के बीच है। कॉम्पिटिटर्स करीब 80,000 वसूलते हैं।


