फिलीपींस के राष्ट्रपति रोमुआल्डेज मार्कोस जूनियर भारत के 5 दिन के राजकीय दौरे पर हैं। उन्होंंने मंगलवार को PM मोदी से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पीएम मोदी ने पहलगाम हमले की निंदा और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े रहने के लिए फिलीपींस को शुक्रिया कहा। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते (MOUs) साइन हुए। दोनों नेताओं ने एक डाक टिकट भी जारी किया। पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें… राष्ट्रपति मार्कोस के संबोधन की प्रमुख बातें… राष्ट्रपति मार्कोस ने 2024 में हूती विद्रोहियों के हमले के बाद फिलीपीनो नागरिकों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना और भारत सरकार का आभार जताया। मार्कोस ने कहा- भारत और फिलीपींस मिलकर एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसफिक के लिए काम करेंगे। राष्ट्रपति मार्कोस ने भारतीय टूरिस्ट्स के लिए वीजा-फ्री एंट्री की घोषणा की। दोनों देशों के बीच अक्टूबर 2025 से सीधी उड़ान शुरू होगी। राष्ट्रपति मार्कोस ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी इससे पहले राष्ट्रपति मार्कोस ने राजघाट पर महात्मा गांधी की श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति भवन में PM मोदी और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उनका स्वागत किया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 2022 में पद संभालने के बाद राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर की यह भारत की पहली यात्रा है। वे सोमवार को भारत पहुंचे थे। उनके साथ फर्स्ट लेडी लुईस अरानेटा मार्कोस और कई मंत्रियों का हाई-लेवल डेलिगेशन भी भारत आया है। राष्ट्रपति मार्कोस के भारत दौरे की तस्वीरें… आज ही कर्नाटक दौरे पर रवाना होंगे राष्ट्रपति मार्को स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे। वहां वे कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मुलाकात करेंगे। फिलीपींस भारत से ब्रह्मोस खरीदने वाला अकेला देश फिलीपींस भारत से ब्रह्मोस खरीदने वाला अकेला देश है। भारत ने पिछले साल अप्रैल में फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की पहली खेप भेजी थी। दोनों देशों के बीच जनवरी 2022 में ब्रह्मोस मिसाइलों के लिए 375 मिलियन डॉलर में डील हुई थी। इन मिसाइलों की स्पीड 2.8 मैक और मारक क्षमता 290 किमी है। एक मैक में 1200 किमी होता है। ब्रह्मोस के हर एक सिस्टम में दो मिसाइल लॉन्चर, एक रडार और एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होता है। इसके जरिए सबमरीन, शिप और एयरक्राफ्ट से दो ब्रह्मोस मिसाइलें 10 सेकेंड के अंदर दुश्मन पर दागी जा सकती हैं। भारत-फिलीपींस ने 2 दिन नौसैनिक सेनाभ्यास किया भारत और फिलीपींस ने साउथ चाइना सी में पहली बार संयुक्त नौसैनिक सेनाभ्यास किया है। रविवार 3 अगस्त को शुरू हुआ यह सेनाभ्यास दो दिन चला। भारत की ओर से मिसाइल विध्वंसक पोत INS दिल्ली, टैंकर INS शक्ति और कार्वेट INS किलटन इस अभ्यास में शामिल हुए। वहीं फिलीपींस ने BRP मिगुएल मालवार और BRP जोस रिजाल फ्रिगेट तैनात किए। साउथ चाइना सी के ज्यादातर हिस्से पर चीन अपना दावा करता है। चीन इसे विवादित इलाके के तौर पर पेश करता है। भारत और फिलीपींस दोनों के साथ चीन का सीमा विवाद भी है।