फिल्ममेकर विक्रम भट्‌ट, उनकी पत्नी की पुलिस से बहस:गार्डों ने घर के अंदर जाने से रोका, आधा घंटे तक दरवाजा खुलने का किया इंतजार

बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर विक्रम भट्‌ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी को 30 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में उदयपुर पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया। पुलिस दोनों को सड़क मार्ग से उदयपुर लेकर आएगी। मंगलवार को कोर्ट में पेशी होगी। उदयपुर डीएसपी छगन राजपुरोहित ने बताया- जब विक्रम भट्‌ट और श्वेतांबरी को गिरफ्तार करने उनके फ्लैट के बाहर पहुंचे तो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) ने रोकने की कोशिश की। उन्होंने पुलिस से बहस की। ये सब पति-पत्नी फ्लैट में बैठकर CCTV कैमरे से देख रहे थे। यही नहीं, पुलिस को आधा घंटे तक फ्लैट का दरवाजा खुलने का इंतजार करना पड़ा। जब दोनों को गिरफ्तार करने लगे तो उन्होंने पुलिस से काफी बहस की। डीएसपी ने बताया- विक्रम भट्‌ट की गिरफ्तारी के लिए उदयपुर पुलिस चार दिन से मुंबई में डेरा डाले हुए थी। पुलिस लगातार विक्रम के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। वह कब घर से बाहर आ रहा है और अंदर जा रहा है। हर गतिविधि पर सीक्रेट तरीके से नजर रखी जा रही थी। विक्रम भट्‌ट की गिरफ्तारी को लेकर डीएसपी ने क्या कहा, पढ़िए- 1. चार दिन तक विक्रम भट्‌ट के ठिकानों की रेकी की
डीएसपी छगन राजपुरोहित ने बताया- विक्रम भट्ट, पत्नी श्वेतांबरी भट्ट समेत फरार 6 आरोपियों को उदयपुर पुलिस ने नोटिस भेजा था। विक्रम और श्वेतांबरी को रविवार काे मुंबई से गिरफ्तार किया। डीएसपी ने बताया- हम 6 सदस्यों की टीम के साथ 3 दिसंबर को मुंबई पहुंचे थे। मुंबई पुलिस का मिनिमम सपोर्ट लिया गया ताकि मिशन सीक्रेट रहे। विक्रम भट्‌ट का पूरा नाम और पेशा बताने की बजाय पुलिस ने सिर्फ ये ही बताया कि विक्रम नाम का वांटेड आरोपी है। उस पर 420 का मुकदमा है। उदयपुर पुलिस उसे पकड़ने के लिए यहां आई हुई है। ऐसे में मुंबई पुलिस के दो कॉन्स्टेबल हमारे साथ रहे। हमारी टीम विक्रम भट्ट के हर ठिकाने पर नजर बनाए हुए थी। रविवार (7 दिसंबर) को विक्रम भट्ट और उसकी पत्नी के मुंबई में जुहू स्थित गंगाभवन कॉम्प्लेक्स में होने की जानकारी थी। इस कॉम्प्लेक्स में कई फिल्मी कलाकार रहते हैं। 2. विक्रम भट्‌ट के पीएसओ ने पुलिस टीम को रोका
डीएसपी ने बताया- पुलिस टीम गंगाभवन कॉम्प्लेक्स पहुंची तो विक्रम भट्ट के 3 से 4 पीएसओ ने बाहर ही रोकने की कोशिश की। पीएसओ ने पूछा- आप कौन और कहां से हो? तब उन्हें सिर्फ इतना ही कहा कि वे डीएसपी हैं, कहां से हैं, ये नहीं बताया। उन्हें बताया कि विक्रम भट्ट से पूछताछ करनी है। पीएसओ ने मना करते हुए कहा कि साहब और उनकी पत्नी इस वक्त घर पर नहीं हैं। बाहर गए हैं। काफी देर तक उनके निजी सुरक्षा गार्डों से बहस हुई। इसके बाद पु​लिस को सख्ती से पेश आना पड़ा। पुलिस और उसके पीएसओ के बीच हो रही बहस को विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी घर के अंदर सीसीटीवी कैमरे में देख रहे थे। पुलिस टीम ने सभी पीएसओ को दूर किया। 3. दोनों ने पुलिसकर्मियों से बहस की
डुप्लेक्स फ्लैट के बाहर काफी जद्दोजहद की, लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। पुलिस बार-बार दरवाजा पीटती रही। करीब आधे घंटे बाद पुलिस सख्ती से पेश आई तो दरवाजा खोला। विक्रम भट्‌ट और श्वेतांबरी ने गिरफ्तारी का विरोध किया। दोनों ने पुलिसकर्मियों से काफी बहस की। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया। उस वक्त फ्लैट में उनके दोनों बच्चे, नौकर और 4 से 5 पीएसओ थे। मामले में तीसरी बार मुंबई गई थी उदयपुर पुलिस
डीएसपी ने बताया कि इस मामले में पुलिस तीसरी बार मुंबई गई थी। इससे पहले 18 नवंबर को विक्रम भट्ट के को-प्रोड्यूसर महबूब अंसारी और वेंडर संदीप विश्वनाथ त्रिभुवन को भी मुंबई से ही गिरफ्तार कर लेकर आए थे। दोनों जेल में हैं। वहीं, एक बार मामले की जांच को लेकर मुंबई गए थे। विक्रम भट्‌ट और श्वेतांबरी समेत मामले में कुल 4 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। वहीं डॉक्टर और विक्रम भट्ट के बीच डील करवाने वाला दिनेश कटारिया फरार है। पुलिस के पास उसके मुंबई में ही छुपे होने की जानकारी मिली है। अब पढ़िए क्या है मामला
व्यापारी की पत्नी की बायोपिक बनाने के नाम पर रुपए लिए
राजस्थान के इंदिरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के मालिक डॉक्टर अजय मुर्डिया ने 17 नवंबर को विक्रम भट्ट समेत 8 लोगों के खिलाफ 30 करोड़ की धोखाधड़ी की FIR दर्ज कराई थी। डॉक्टर अजय मुर्डिया का आरोप है कि एक इवेंट में उनकी मुलाकात दिनेश कटारिया से हुई थी। दिनेश कटारिया ने उन्हें पत्नी की बायोपिक बनाने का प्रस्ताव दिया। इस सिलसिले में दिनेश कटारिया ने 24 अप्रैल 2024 को मुंबई स्थित वृंदावन स्टूडियो बुलाया था। कटारिया ने उन्हें विक्रम भट्ट से मिलवाया, जहां भट्ट से बायोपिक बनाने पर चर्चा हुई थी। कुछ दिन बाद विक्रम और श्वेतांबरी भट्ट ने डॉक्टर अजय मुर्डिया को कहा- 7 करोड़ रुपए और फाइनेंस करके वे 4 फिल्में 47 करोड़ में बना सकते हैं। इन फिल्मों की रिलीज से 100 से 200 करोड़ रुपए तक मुनाफा हो जाएगा। इसके बाद उनके स्टाफ में अमनदीप मंजीत सिंह, मुदित, फरजाना आमिर अली, अबजानी, राहुल कुमार, सचिन गरगोटे, सबोबा भिमाना अडकरी के नाम के अकाउंट में 77 लाख 86 हजार 979 रुपए ट्रांसफर करवाए। इस तरह 2 करोड़ 45 लाख 61 हजार 400 रुपए ट्रांसफर किए। वहीं इंदिरा एंटरटेनमेंट से 42 करोड़ 70 लाख 82 हजार 232 रुपए का भुगतान किया गया। जबकि चार फिल्मों का निर्माण 47 करोड़ में किया जाना तय हुआ था। दो मूवी रिलीज हुई, एक पर काम ही शुरू नहीं किया
विक्रम भट्ट और श्वेतांबरी भट्ट ने केवल दो फिल्म का निर्माण कर रिलीज करवाया। तीसरी फिल्म विश्व विराट लगभग 25 प्रतिशत ही बनाई गई। वहीं चौथी फिल्म महाराणा-रण की अभी तक शूटिंग भी शुरू नहीं हुई। डायरेक्टर ने फिल्म महाराणा-रण के ही 25 करोड़ हड़प लिए। …………. मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- राजस्थान पुलिस ने फिल्ममेकर विक्रम भट्ट को पकड़ा:साली के घर में थे, फिल्म बनाने के नाम पर उदयपुर के व्यापारी से 30 करोड़ ठगने का आरोप राजस्थान पुलिस ने रविवार को फिल्ममेकर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट को मुंबई से पकड़ लिया है। उन पर उदयपुर के एक व्यापारी (डॉक्टर) से 30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। (पढ़िए पूरी खबर) मूवी बनाने के नाम पर डॉक्टर से 30 करोड़ ठगे:200 करोड़ का मुनाफा बताया था; बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर विक्रम भट्ट, पत्नी, बेटी पर FIR उदयपुर में बॉलीवुड फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट समेत 8 लोगों पर 30 करोड़ की धोखाधड़ी की FIR दर्ज हुई है। (पढ़िए पूरी खबर)

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