बीकानेर में फिल्म गायक रफीक सागर का हार्ट अटैक से आज निधन हो गया। उन्होंने हिन्दी फिल्मों के साथ ही भोजपुरी फिल्मों में भी गाने गए थे। वे “छोटी-छोटी गैया, छोटे-छोटे ग्वाल…” भजन के साथ चर्चा में आए थे। इस गीत को आज भी सोशल मीडिया पर रफीक सागर की आवाज में सुना जाता है। उनके निधन की खबर से बीकानेर के कलाकारों, गायकों और साहित्यकारों में शोक की लहर है। रफीक के बेटे राजा हसन को हाल में फिल्म फेयर ओटीटी अवार्ड मिला। विरासत में मिला था संगीत रफीक सागर का जन्म शीतला गेट स्थित मोहल्ला दमामियान में रहने वाले अल्लाह रखे खां के घर हुआ था। उनके पिता अल्लाह रखे खां भी गायक थे। उन्हीं से गायन की शिक्षा ली थी। रफीक सागर अपनी गजलों और गीतों से जितने जाने जाते थे। उतने ही अपने भजनों के लिए भी प्रसिद्ध रहें। अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में दी थीं प्रस्तुति रफीक सागर का अपना अनूठा अंदाज था। वे लंबे और घुंघराले बालों के लिए पहचाने जाते थे। गजल और भजन दोनों में ही उनकी विशिष्टता थीं। कई फिल्मों के साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में रफीक सागर ने प्रस्तुति दी थीं। फिल्मों में उन्होंने कम गीत गाए लेकिन ये कमी उनके बेटे राजा हसन ने पूरी की। वे गजल लीजेंड मेंहदी हसन को अपना उस्ताद मानते थे। क्षत्रिय फिल्म में गाना गाया
फिल्म क्षत्रिय में रफीक सागर ने ‘सपने में सखी’ गीत गाया था। ये गाना ब्लॉकबस्टर साबित हुआ था। इसके अलावा “छोटी-छोटी गैया…” भजन भी उनके हर कार्यक्रम का हिस्सा होता था। बीकानेर में कई भजन संध्याओं में रफीक सागर पहुंचते तो लोग इसी भजन को सुनाने की इच्छा जताते थे। अपने जन्मदिन पर दोस्तों के लिए गाया था गाना
हाल में अपने सोशल मीडिया हैंडल पर रफीक सागर ने दोस्तों के लिए एक गीत गाया था। एक नवंबर को फेसबुक पर रफीक सागर ने अपने जन्मदिन पर ‘एहसान मेरे दिल के तुम्हारा है दोस्तों’ गाना गुनगुनाया। उन्होंने खाटू श्याम पर भजन रिकॉर्ड किया था। लता मंगेशकर का मिला आशीर्वाद
स्वर कोकिला कहलाई विख्यात गायिका लता मंगेशकर से भी रफीक सागर के सीधे संबंध थे। कई बार लता मंगेशकर ने उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया था।


