बालाघाट जिले के कुमनगांव में एक महिला की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। यह मर्डर किसी और ने नहीं, बल्कि मृतका की देवरानी ने अपने पति के साथ अवैध संबंध होने के शक में अपनी सहेली के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने हत्या की मुख्य आरोपी देवरानी समेत कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। परसवाड़ा पुलिस के अनुसार, 3 अक्टूबर को कुमनगांव में घर के पास झाड़ियों में लेखवती यादव (30) का शव मिला था। जांच में पता चला कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। 100 से अधिक मोबाइल नंबरों की छानबीन पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड की जांच के लिए एसडीओपी अरविंद कुमार शाह के नेतृत्व में एक टीम गठित की। जांच के दौरान 100 से अधिक मोबाइल नंबरों की छानबीन और गोपनीय सूत्रों की मदद से पुलिस आखिरकार आरोपियों तक पहुंची। एएसपी आदर्शकांत शुक्ला के मुताबिक, सुखिया उर्फ सविता पति नंदकिशोर यादव (23) ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। सुखिया ने बताया कि उसे शक था कि उसके पति का जेठानी लेखवती के साथ अवैध संबंध है। इससे नाराज होकर और जेठानी को सबक सिखाने के लिए उसने हत्या की योजना बनाई। गड्ढे के पास बुलाया, साड़ी के पल्लू से गला घोंट दिया योजना के तहत सुखिया ने अपनी सहेली भूरी उर्फ उर्मिला पिता अशोक मेरावी (18) के साथ मिलकर दशहरा के दिन 2 अक्टूबर को शाम 7 बजे लेखवती को मंदिर जाने के बहाने मुरम गढ्ढा के पास बुलाया। वहां पहुंचकर दोनों ने लेखवती की साड़ी के पल्लू से ही उसका गला घोंट दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद उन्होंने शव को झाड़ियों में फेंक दिया। मृतका का मोबाइल नाले में फेंका, सिम को पत्थर से तोड़ा हत्या के बाद साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से सुखिया ने अपने एक परिचित बीजाटोला निवासी रविशंकर सोनवाने (26), के साथ मिलकर मृतका के मोबाइल को एक नाले में फेंक दिया और सीम कार्ड को पत्थर से तोड़ दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों सुखिया उर्फ सविता, भूरी उर्फ उर्मिला और रविशंकर को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही गोताखोरों की मदद से नाले से मृतका का मोबाइल, सिम कार्ड और आरोपियों के मोबाइल तथा मोटर साइकिल बरामद कर लिया है। शुरुआत में आरोपी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते रहे, लेकिन पुलिस टीम की गहन पूछताछ और जांच के कारण उन्हें सच बताना पड़ा।