मंडला जिले की निवास जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत आमगांव के पोषक ग्राम बिझौली स्थित गौशाला में अव्यवस्थाओं के कारण मवेशियों की लगातार मौतें हो रही हैं। इसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। यह गौशाला वर्ष 2019-20 में मुख्यमंत्री गौसेवा योजना के तहत लगभग 28 लाख रुपये की लागत से निर्मित की गई थी, जिसकी क्षमता करीब 100 मवेशियों की है। ग्रामीणों का आरोप है कि गौशाला में न तो समय पर चारे की व्यवस्था की जा रही है और न ही पीने के पानी की। जबकि गौशाला के पास ही नगरार नदी बहती है, जिससे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकती है। ग्रामीणों के अनुसार, शासन द्वारा गौशाला में करीब 100 गौवंश रखे गए थे, लेकिन वर्तमान में केवल 40 मवेशी ही जीवित बचे हैं। इनमें से लगभग 6 मवेशी बीमार हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन मवेशियों की मौत हो रही है। हालात सुधारने के लिए ग्रामीणों ने सोमवार को जनपद पंचायत निवास को आवेदन दिया था। कोई ठोस सुधार न होने पर मंगलवार को संत अनिल बाबा ने पंचायत पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए निवास-शहपुरा मार्ग पर टेंट लगाकर भूख हड़ताल शुरू कर दी। उन्होंने कहा है कि जब तक प्रशासन गौवंश की उचित व्यवस्था नहीं करता, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सा अधिकारी नितिन वैष्णव ने एक मवेशी के मृत मिलने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मृत मवेशी का पोस्टमार्टम किया गया है। वैष्णव ने यह भी कहा कि वे नियमित रूप से गौशाला में परीक्षण के लिए आते हैं और व्यवस्थाएं सुधारने तथा चारे-भूसे की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए बुधवार को जनपद पंचायत सीईओ श्रद्धा सोनी और डिप्टी डायरेक्टर वेटनरी यू.एस. तिवारी सहित अन्य अधिकारी गौशाला पहुंचे। उन्होंने व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की प्रक्रिया शुरू की है। इस दौरान ग्रामीण और आंदोलनकारी जिम्मेदार कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।


