शहडोल जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन अब सक्रिय हो गया है। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह की अध्यक्षता में हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कई कड़े निर्देश जारी किए गए। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अब पेट्रोल पंप बिना हेलमेट वाले दोपहिया चालकों को पेट्रोल नहीं देंगे। उन्होंने पेट्रोल पंपों के आसपास हेलमेट बिक्री की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा, ताकि लोग नियमों का पालन कर सकें। बैठक में यह भी तय किया गया कि शहडोल बस स्टैंड पर सवारी वाहनों को अधिकतम 30 मिनट तक रुकने की अनुमति होगी। रात में रुकने वाली बसों के लिए अलग से निर्धारित स्थान तय किया जाएगा। बस स्टैंड पर खड़े खराब वाहनों को भी हटाने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने बरसात से क्षतिग्रस्त हुए पुल-पुलियों और टूटी रेलिंगों की तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए। साथ ही, सड़कों पर बने गड्ढों को भरने के लिए विभागीय अधिकारियों को अभियान चलाकर कार्य सुनिश्चित करने को कहा गया। जिले में संचालित सवारी गाड़ियों की फिटनेस, परमिट और ओवरलोडिंग की नियमित जांच करने के निर्देश दिए गए। गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित वाहन मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सड़कों के किनारे से झाड़-झंकार हटाने और ब्लैक स्पॉट सुधारने पर भी जोर दिया गया। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी नगरीय क्षेत्रों में स्कूल बसों और टैक्सियों की जांच के संबंध में निर्देश दिए गए कि सभी स्कूल वाहन फिटनेस, ड्राइवर यूनिफॉर्म, स्पीड गवर्नर और फायर सिलेंडर सहित सभी सुरक्षा मानकों का पालन करें। कलेक्टर ने चेतावनी देते हुए कहा, “स्कूल वाहन बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा मामला है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” बैठक में सीईओ जिला पंचायत शिवम प्रजापति, अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, एसडीएम सोहागपुर अमृता गर्ग, जिला परिवहन अधिकारी अनपा खान और सीएमओ अक्षत बुंदेला सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर के इन निर्देशों के बाद जिले में यातायात व्यवस्था में सुधार और सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण की उम्मीद जताई जा रही है।


