छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में खराब सड़कों और मरम्मत की मांग को लेकर लोगों ने सोमवार को चक्काजाम कर दिया। इससे कुछ समय तक वाहनों की आवाजाही ठप रही। यह विरोध मल्हार क्षेत्र के बकरकुदा, सरसेनी, मटिया, चकरबेड़ा, बिनैका और धनगांव-पकरिया समेत आसपास के गांवों के लोगों ने किया। ग्रामीणों ने पहले ही सड़क की बदहाली को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी थी। तय कार्यक्रम के अनुसार, सोमवार सुबह लोग सड़कों पर उतर आए और आवागमन पूरी तरह रोक दिया। उनकी मांग है कि जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत की जाए। लोग बोले- अफसरों की उदासीनता से उधड़ी सड़क
ग्रामीणों का कहना है कि मुख्य मार्ग और गांवों को जोड़ने वाली सड़कों की हालत पिछले कई सालों से बेहद खराब है। बारिश में सड़क पर बने गड्ढों से गुजरना बेहद खतरनाक हो गया है, लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। अफसरों की उदासीनता के चलते बारिश में सड़क जर्जर हो गई है। फिर भी लोगों की जान की परवाह नहीं है। अधिकारियों के आश्वासन पर शांत हुए ग्रामीण जैसे ही अफसरों को इस प्रदर्शन की सूचना मिली, वे मौके पर पहुंच गए और लोगों को सड़क मरम्मत का भरोसा दिलाया। अधिकारियों की समझाइश और आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने करीब आधे घंटे बाद चक्काजाम खत्म कर दिया। इस दौरान सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि वे कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से सड़क सुधार की मांग कर चुके हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला, काम शुरू नहीं हुआ। हाईकोर्ट ने भी लिया है संज्ञान
लोगों का कहना था कि बदहाल सड़क को लेकर हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया है और जनहित याचिका की सुनवाई चल रही है। इसके बावजूद अफसरों ने बारिश में गड्ढों को नहीं भरा है। अब जब तक सड़क निर्माण का ठोस आश्वासन और समयसीमा तय नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा।