बुरहानपुर में निजी अस्पतालों की ओपीडी सेवाएं लगातार दूसरे दिन भी बंद रहीं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के आह्वान पर अस्पताल केवल आपातकालीन सेवाएं दे रहे हैं। यह हड़ताल एक निजी अस्पताल पर हुई प्रशासनिक कार्रवाई के विरोध में की जा रही है। ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत के बाद विवाद 11 नवंबर को लालबाग रोड स्थित हकीमी अस्पताल में जैनाबाद निवासी वैष्णवी चौहान की गर्भाशय ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों ने डॉक्टर रेहाना बोहरा पर लापरवाही का आरोप लगाया। इसके बाद परिजन पांच दिन तक भूख हड़ताल पर बैठे और मामला तूल पकड़ गया। अस्पताल का लाइसेंस रद्द, IMA ने की थी हड़ताल सीएमएचओ डॉ. आरके वर्मा ने 5 दिसंबर की रात हकीमी अस्पताल का नर्सिंग होम पंजीयन और लाइसेंस रद्द कर दिया। इसी कार्रवाई के विरोध में IMA ने 48 घंटे की हड़ताल की घोषणा की, जो अब दूसरे दिन भी जारी है। डॉ. रेहाना बोहरा ने कहा कि घटना से उन्हें दुख है और परिवार के प्रति उनकी संवेदना है। उन्होंने बताया कि मरीज आठ माह से इलाज करा रही थी और स्थिति के बारे में जानकारी पहले ही दी गई थी। डॉक्टर बोहरा का कहना है कि उनके खिलाफ गलत शब्द उपयोग किए गए, जिससे उन्हें मानसिक क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि वह मामले में हाईकोर्ट जाएंगी और अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल पर रोक की मांग की।


