बूढ़ातालाब चौपाटी के विरोध में हस्ताक्षर अभियान:गर्ल्स स्टूडेंट्स की प्राइवेसी पर सवाल, यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता बोले-पाथ-वे में रखे स्ट्रक्चर हटवाए

रायपुर के बूढ़ातालाब में पाथ-वे पर चौपाटी बनाने के का लगातार विरोध हो रहा है। स्थानीय लोगों के साथ-साथ अब स्वयंसेवी संस्थाएं और कांग्रेस भी प्रदर्शन में आगे आ गई हैं। गुरुवार को ने यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बूढ़ातालाब में हस्ताक्षर अभियान चलाया । इस दौरान बड़ी संख्या में दानी गर्ल्स स्कूल की छात्राओं के साथ-साथ इवनिंग वॉक पर आने वाले लोगों ने हस्ताक्षर अभियान में भाग लिया और सभी ने एक स्वर में चौपाटी नही खुलने की मांग की है। वही लोगों ने कहा कि एक स्वर में तालाब किनारे बने पाथ-वे से चौपाटी के लिए बनाए गए लोहे और स्टील के स्ट्रक्चर(दुकानों) को हटाने की मांग की है। स्कूली छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल यूथ कांग्रेस के अभिषेक कसार ने कहा बूढ़ा ताला एरिया में दानी गर्ल्स स्कूल पिछले गेट के सामने चौपाटी खोली जा रही है। इसके खुलने से स्कूल में आने वाली बहनों को परेशानी होंगी। साथ ही स्कूल की छात्राओं की सुरक्षा पर को लेकर भी अब कई सवाल खड़े हो रहे है। जिस स्थान पर चौपाटी खोली जा रही है। वह गर्ल्स स्कूल और महिला कालेज के बगल में ही है। चौपाटी के खुलने से स्कूल और कालेज की प्राइवेसी भी नही रहेगी। ऐसे में इस संवेदनशील स्थान पर चौपाटी खोलना सही नही है। हम सरकार से मांग है चौपाटी ना खोला जाए।
30 करोड़ रुपए खर्च कर किया सौंदर्यीकरण रायपुर स्मार्ट सिटी ने करीब 5 साल पहले बूढ़ातालाब का सौंदर्यीकरण किया था। शहर के ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर अलग-अलग चरणों में 30 करोड़ से ज्यादा खर्च किए गए। तालाब के चारों ओर बाउंड्री, म्यूजिकल फाउंटेन, भव्य गेट लगाए गए। बूढ़ा तालाब में 2 परिक्रमा पथ बनाए कांग्रेस शासनकाल में रायपुर स्मार्ट सिटी ने बूढ़ा तालाब में 2 परिक्रमा पथ बनाए और गाड़ियों के आने जाने को बंद कर दिया। भाजपा की सरकार आते ही पथ को आम लोगों और वाहनों के आने-जाने के लिए खोल दिया गया। तालाब और पूरे परिसर को संवारने के बाद स्मार्ट सिटी ने इसे नगर निगम को हैंडओवर कर दिया। निगम ने इसे छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग को सौंप दिया। पहले भी चौपाटी को लेकर विवाद बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण और चौपाटी को लेकर कई बार विवाद हो चुका है। पहले बूढ़ा तालाब के अंदर नीलाभ उद्यान में चौपाटी शुरू की जा रही थी। इसे 15 साल के लिए एक निजी कंपनी को दिया गया था। कंपनी ने तालाब के पानी को भरना शुरू कर दिया। इस बारे में एनजीटी में शिकायत की गई थी। यहां वाटर स्पोर्ट्स भी हो रहा था। कंपनी की योजना बाहर दुकानें बनाने की भी थी। विरोध के बाद ठेका रद्द कर दिया गया। ………………………………………………………………… इससे जुड़ी अन्य खबरें पढ़े बूढ़ा तालाब में चौपाटी का विरोध…पाथ-वे पर लगाई दुकानें:रायपुर में मार्निक-वॉक करने वाले कर रहे विरोध, गर्ल्स स्टूडेंट्स की प्राइवेसी पर भी सवाल रायपुर के बूढ़ा तालाब में बनाए गए पाथ-वे पर चौपाटी खोले जाने का जमकर विरोध हो रहा है। स्थानीय लोग बैनर-पोस्टर लेकर इसका विरोध कर रहे हैं। विरोध करने वालों के समर्थन में मेयर कांग्रेस नेता भी उतर आए हैं। मेयर एजाज ढेबर ने कहा कि, चौपाटी खुलने से स्कूल की बच्चियों की प्राइवेसी को खतरा है। बताया जा रहा है कि, पाथ-वे को फूड एरिया में तब्दील किया जा रहा है। जिस पाथ-वे पर लोग रोजाना पैदल चलते हैं, उसी पर लोहे और स्टील के बड़े-बड़े स्ट्रक्चर खड़े किए जा रहे हैं। यहां फूड स्टॉल खुलेंगे। शुद्ध हवा के लिए गार्डन आने वाले लोग पर्यटन विभाग के इस फैसले के खिलाफ दिखे।पढ़ें पूरी खबर

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