कोडरमा जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक अध्ययनरत छात्रों को विभाग स्तर से प्रति साल पोशाक मद में राशि उपलब्ध कराई जाती है। जिससे बच्चों को दो जोड़ा ड्रेस, स्वेटर एवं जूता उपलब्ध कराया जाना है। मगर चालू वित्तीय वर्ष के दौरान जिले के अधिकांश विद्यालयों में बच्चों को अब तक इस मद की राशि उनके खातों में नहीं भेजी जा सकी है। जिसके कारण बच्चों को सर्द के मौसम में भी बिना स्वेटर के ही स्कूल आना पड़ रहा है। साथ ही उन्हें ड्रेस और जूता भी उपलब्ध नहीं हो सका है। जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से पोषक मद के तहत कक्षा एक एवं दो के बच्चों के लिए स्कूल के एसएमसी खाते में पोषक मद की राशि उपलब्ध कराई जाती है। वही कक्षा तीन से लेकर आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को उनके खाते में पोषक मद की राशि भेजी जाती है। वही कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को जिला स्तर पर भेजी गई सूची के अनुसार राज्य स्तर से उनके खातों में पैसा भेजी जाती है। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान पोशाक मद की राशि बच्चों को उपलब्ध कराए जाने के संबंध में जिला स्तर पर शिक्षा विभाग की ओर से लगभग 60 परसेंट बच्चों को राशि उनके खातों में उपलब्ध कराए जाने की बात कही गई है। मगर जमीनी स्तर पर जब स्कूलों में जाकर इसकी छानबीन की गई तो कई विद्यालयों के छात्रों ने खाते में पैसा नहीं आने की बात कही है। पोशाक मद की राशि अब तक शत प्रतिशत बच्चों के खाते में नहीं उपलब्ध कराए जाने के संबंध में पूछे जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी अविनाश राम ने बताया कि लगभग 60% बच्चों के खाते में राशि पहुंच चुकी है। शेष बच्चों के भी खाते में जल्द ही राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष के तहत सितंबर माह में पोषक मद की राशि जिले को प्राप्त हुई थी। उन्होंने बताया कि कुछ बच्चों के खाते में तकनीकी प्रॉब्लम के अलावेएव कुछ के आधार कार्ड नहीं होने को लेकर राशि नहीं भेजी जा सकी है। सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों के बच्चों को प्रति साल उपलब्ध कराई जाने वाली पोशाक मद की राशि कई स्कूलों के छात्र-छात्राओं को पिछले दो सालों से उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसकी जानकारी लिए जाने के दौरान झुमरी तिलैया शहरी क्षेत्र अंतर्गत गोमो बरवाडी में संचालित मध्य विद्यालय के आठवीं से लेकर अन्य कक्षाओं के छात्रों ने बताया कि उन्हें छठे क्लास में पोषक मद की राशि मिली थी। वही सातवीं क्लास में इस मद की राशि नहीं मिली थी। वही आठवीं क्लास में भी अब तक उन्हें पोशाक मद की राशि उपलब्ध नहीं हो सकी है। जबकि उनका खाता बैंकों में खुला हुआ है। पोशाक मद की राशि नहीं उपलब्ध होने के संबंध में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से पूछे जाने पर बताया कि पोशाक मद सहित अन्य सरकारी योजना के तहत बच्चों को उपलब्ध कराई जाने वाली राशि को लेकर बच्चों का ई विद्या वाहिनी एवं यू डाइस में नामांकन होना जरूरी है। मगर बीआरसी स्तर से होने वाले इस कार्य के तहत अब तक काफी बच्चों का नामांकन नहीं हो सका है। जिसके कारण बच्चों को पोशाक सहित अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।