भाजपा विधायक ईश्वर साहू की स्वेच्छानुदान की राशि अपने पीएसओं के नाते रिश्तेदारों को बांटे जाने को लेकर सियासत गरमा गई है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि जो राशि जरूरतमंदों की मदद के लिए दी जानी चाहिए उसे रिश्तेदारों में बांट दिया गया। विधायक जी तो बंदरबाट करने में लगे हैं, जैसे कहावत है न कि माले मुफ्त दिले बेरहम। वहीं विधायक ईश्वर साहू ने कहा कि एक गरीब आदमी एमएलए बन गया कांग्रेस को यह हजम नहीं हो रहा है। दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सूची में ईश्वर साहू द्वारा 20 से ज्यादा नजदीकी रिश्तेदारों को स्वेच्छानुदान के तहत 40 हजार, 30 हजार, 25 हजार और 20 हजार रुपए दिए गए हैं। कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा ‘भाई का… चाचा का… मामा का… सबका पैसा ले रहा ईश्वर साहू। चिलम-तंबाकू का डब्बा खोजने में व्यस्त विधायक ईश्वर साहू और उनकी सुरक्षा में तैनात पीएसओ ओम साहू का यह कारनामा देखिए। शासन की स्वेच्छानुदान राशि, जो जरूरतमंदों को मिलनी चाहिए, उसे परिवार में बांटकर खा गए। 2000 नाम भेजे, 5-7 सौ को ही मिली है राशि : ईश्वर साहू ईश्वर साहू ने कहा कि यह विरोधियों का काम है। जो भी अपना आवेदन लेकर आया, हमने सभी के आवेदन लिए। उस आधार पर स्वेच्छानुदान दिए जाने वालों की लिस्ट बनाई। अभी तक 2000 लोगों का नाम भेजा गया है। इनमें 500-700 लोगों को राशि दी जा चुकी है। विधायक ने कहा कि मैं गरीब परिवार से हूं, विधायक बन गया हूं, इसलिए कांग्रेस को हजम नहीं हो रहा। फिजूल बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके मंत्री-नेता जेल में हैं, उन्हें खुद आइना देखना चाहिए।