जिले के आमला विकासखंड के बोरीखुर्द में भाई से जमीन की झगड़े में तंग अधेड़ ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। तहसील से लेकर कलेक्ट्रेट तक गुहार लगा चुके इस शख्स की जब कहीं फरियाद नहीं सुनी गई तो उसने आत्महत्या का जानलेवा कदम उठाया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। पीड़ित घनश्याम का कहना है कि उसका भाई उसे लंबे समय से परेशान कर रहा है। वह कलेक्टर कार्यालय, तहसील और एएसपी के पास भी गया, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। उसने बताया कि कतिपयत अधिकारी उससे मामले को सुलझाने के लिए पैसे की मांग कर रहे है। घनश्याम ने तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक कई बार लिखित आवेदन दिए। उसके मुताबिक, दूसरा आवेदन अभी भी लंबित है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में घनश्याम ने अपने भाई गुलाब, गुलाब की बहन शिवकली और उसके लड़के दिलीप को भी जिम्मेदार ठहराया है। तहसील में चल रहा प्रकरण बताया जा रहा है कि घनश्याम और उसके भाई गुलाब के बीच पैतृक मकान के हिस्से को लेकर विवाद चल रहा है। पीड़ित की पत्नी ने बताया कि मकान का केस आमला तहसील में चल रहा है। बुधवार को वह काम पर गई थी। इसी बीच उसके पति ने घर में जहर खा लिया। जब वह घर पहुंची तो बेसुध पति को एंबुलेंस के जरिए पहले आमला में भर्ती कराया। जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। पीड़ित की तीन बेटियां है। मकान के हिस्से को लेकर विवाद पत्नी ने बताया कि उनके ससुर के हाथ के पैतृक मकान से उन्होंने अपने हिस्से पर उसे तोड़कर अपना मकान बना लिया है। अब उनका देवर उसके हिस्से में मकान बना रहा है लेकिन अब वह उनकी हद में दीवार बना रहा है। मौके पर तहसीलदार भी पहुंचे थे। उन्होंने और गांव वाले ने भी समझाइश दी, लेकिन वह समझ नहीं रहा। उसने लंबाई में हमारी 50 फिट जगह ले ली है। उन्हें कुछ कहते है तो वे मारने दौड़ते है।