आज (बुधवार) सुबह करीब सवा सात बजे भोपाल युवा कांग्रेस के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष अमित खत्री के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता 74 बंगला स्थित नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के सरकारी आवास पहुंचे और बाहर लगी नेम प्लेट पर कालिख पोत दी। एक दिन पहले भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बागरी के सरकारी आवास के बाहर प्रदर्शन किया था। सतना जिले की रैगांव सीट से बीजेपी विधायक और नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के भाई गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार हुए हैं। भाई की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस राज्यमंत्री से इस्तीफा मांग रही है। आज मंत्री के सरकारी आवास पर पहुंचे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और पुलिस की बैरिकेटिंग तोड़ते हुए नेमप्लेट पर कालिख पोत दी। जबकि प्रदर्शन का पता चलते ही पुलिस ने मंत्री के बंगले की सुरक्षा बढ़ाते हुए बैरिकेटिंग कर दी थी। मंत्री ने गांजा तस्कर भाई से किया किनारा
इधर, राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने गांजा तस्करी के आरोप में पकड़े गए भाई अनिल बागरी और बहनोई शैलेंद्र सिंह से पल्ला झाड़ लिया है। खजुराहो में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के दौरान मीडिया ने जब उनसे सवाल-जवाब किए तो वे यह कहकर किनारा कर गईं कि- ‘कोई भी अपने आप से रिश्तेदार बना लेता है। मेरा अनुरोध है कि पहले आप उसकी पुष्टि कर लें। तथ्यों की जानकारी के बाद ही बात करें।’ पुलिस अपना काम कर रही खजुराहो के महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर से निकलते समय सोमवार रात को जब उनसे इस संबंध में सवाल किया गया तो वे झल्ला गईं और कहा- ‘आप लोग फालतू की बात करते हैं।’ हालांकि बाद में बागरी ने सुर बदले… उन्होंने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है। जो भी गलत करने वाला अपराधी होगा, नाते-रिश्तेदार कोई भी, पुलिस प्रशासन अपनी कार्रवाई करेगा। दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी। हालांकि पार्टी की पूछताछ में उन्होंने सफाई दी है कि भाई तो उनका है, बहनोई से रिश्तेदारी नहीं। जबकि बहनोई के बारे में भी कहा गया है कि वे उनके ही रिश्तेदार हैं। पार्टी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की ओर से इस पूरे मामले से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष को अवगत करा दिया गया है। 4 धान की बोरियों में 48 पैकेट गांजा बरामद हुआ था सतना के एडिशनल एसपी प्रेमलाल धुर्वे के अनुसार मुखबिर की सूचना पर रामपुर बघेलान पुलिस ने 7-8 दिसंबर की रात मरौहा गांव में पंकज सिंह के घर पर दबिश दी। घर के बाहर टीन शेड में धान की बोरियों के नीचे छिपाकर रखी 4 बोरियों से 48 पैकेट गांजा बरामद हुआ, जिसकी कीमत 9 लाख 22 हजार 680 रुपए आंकी गई। पंकज की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने यह गांजा अनिल बागरी और उनके बहनोई शैलेन्द्र सिंह का होना बताया। पुलिस ने सोमवार को अनिल बागरी को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों को एनडीपीएस एक्ट की विशेष अदालत में पेश कर 19 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया। 3 दिसंबर को यूपी की बांदा पुलिस ने शैलेन्द्र सिंह को इसी आरोप में पकड़ा था।


