दौसा में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभुदयाल शर्मा से विवाद के बाद आईटी सेल के जिला संयोजक रितेश पारीक को पार्टी से निलंबित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर रविवार को आईटी सेल संयोजक के समर्थकों ने रोष जताते हुए पुतला फूंका और प्रदेश नेतृत्व पर बिना किसी जांच के एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। समर्थकों ने बापी गांव में मनोहरपुर-कौथून हाईवे पर टायर जलाकर विरोध जताया और भाजपा के जिला पदाधिकारियों पर कई आरोप लगाए। पारीक के समर्थकों ने कहा- पार्टी ने बिना किसी जांच के एक तरफा कार्रवाई की है, जबकि रितेश पारीक पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता है। लेकिन विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। दरअसल, 30 नवंबर को भाजपा की बैठक के दौरान जिलाध्यक्ष और सोशल मीडिया के जिला संयोजक के बीच विवाद हुआ था। उस विवाद के दौरान पारीक ने जिलाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद जिलाध्यक्ष की शिकायत पर अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने रितेश पारीक को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। इस पूरे मामले को लेकर रितेश पारीक ने कहा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा भीतरघात की वजह से हारी और मैंने उसी का विरोध किया था। पार्टी ने मुझे बाहर निकाल कर दिया, लेकिन जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया, वह अभी भी पार्टी में जमे हुए हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।