ट्रम्प की नई टैरिफ नीति का असर भारत से अमेरिका भेजे जाने वाले आईफोन्स पर नहीं होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने 1 अगस्त 2025 से भारत के सामानों पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, लेकिन इस टैरिफ में स्मार्टफोन, कंप्यूटर, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स को छूट दी गई है। US कॉमर्स डिपार्टमेंट अभी इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर्स जैसे कुछ सेक्टर्स की जांच कर रहा है। जब तक ये रिपोर्ट पूरी नहीं होती, तब तक स्मार्टफोन्स को टैरिफ से छूट मिलती रहेगी। भारत हाल ही में चीन को पीछे छोड़कर अमेरिका को स्मार्टफोन का सबसे बड़ा निर्यातक बना है। इस साल अप्रैल-जून में अमेरिका को इम्पोर्टेड स्मार्टफोन में भारत का हिस्सा 44% रहा। वहीं अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन भारत में बन रहे हैं। देश में स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग 240% बढ़ी अमेरिका को स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में वियतनाम की हिस्सेदारी भी चीन से ज्यादा 30% रही। ये पहली बार है जब भारत ने चीन की तुलना में अमेरिका को ज्यादा स्मार्टफोन भेजे हैं। कैनालिस की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग एक साल पहले की तुलना में 240% बढ़ गई है। अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन मेड इन इंडिया अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन भारत में बन रहे हैं। मार्केट रिसर्चर कैनालिस के मुताबिक 2025 में जनवरी से जून के बीच भारत में 23.9 मिलियन (2 करोड़ 39 लाख) आईफोन बने, जो पिछले साल की तुलना में 53% ज्यादा है। वहीं रिसर्च फर्म साइबरमीडिया रिसर्च के अनुसार भारत से आईफोन का निर्यात (भारत से विदेश भेजे गए आईफोन) भी बढ़कर 22.88 मिलियन (2 करोड़ 28 लाख) यूनिट तक पहुंच गया है। पिछले साल समान अवधि (जनवरी से जून) में ये भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का आंकड़ा 15.05 मिलियन (1 करोड़ 50 लाख) था। यानी सालाना आधार पर इसमें 52% की बढ़ोतरी हुई है। कारोबार की बात करें तो 2025 की पहली छमाही में भारत से करीब 1.94 लाख करोड़ रुपए के आईफोन निर्यात किए गए। पिछले साल यही आंकड़ा 1.26 लाख करोड़ रुपए था। ट्रम्प ने भारत में आईफोन बनाने पर 25% टैरिफ की धमकी दी थी डोनाल्ड ट्रम्प ने 23 मई को कहा था कि अमेरिका में बेचे जाने वाले आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग भारत या किसी अन्य देश में नहीं, बल्कि अमेरिका में ही होनी चाहिए। उन्होंने एपल के CEO टिम कुक को बता दिया है कि यदि एपल अमेरिका में आईफोन नहीं बनाएगा तो कंपनी पर कम से कम 25% का टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा, मैंने बहुत पहले एपल के टिम कुक को सूचित कर दिया था कि जो आईफोन अमेरिका में बेचे जाएंगे, वे अमेरिका में निर्मित किए जाएंगे, न कि भारत या कहीं और। यदि ऐसा नहीं होता है, तो एपल को कम से कम 25% का टैरिफ देना होगा। ट्रम्प नहीं चाहते कि एपल के प्रोडक्ट भारत में बनें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प नहीं चाहते कि एपल के प्रोडक्ट भारत में बने। ट्रम्प ने एपल के CEO टिम कुक से कहा था कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है। उन्होंने आगे कहा कि अगर तुम भारत का ख्याल रखना चाहते हो तो तुम भारत में निर्माण कर सकते हो, क्योंकि भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा टैरिफ वाले देशों में से एक है। भारत में बेचना बहुत मुश्किल है और उन्होंने हमें एक डील ऑफर की है। इसके तहत वे हमसे कोई टैरिफ नहीं वसूलने को तैयार हैं। मैंने टिम से कहा, देखो, हमने वर्षों तक चीन में तुम्हारे द्वारा बनाए गए सभी प्रोजेक्ट्स को सहन किया, अब तुम्हें अमेरिका में प्रोडक्शन करना होगा, हम नहीं चाहते कि तुम भारत में निर्माण करो। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों, 5 पॉइंट्स ये खबर भी पढ़ें ट्रम्प ने इंडिया को डेड इकोनॉमी बताया:कहा- भारत और रूस अपनी अर्थव्यवस्था को साथ ले डूबें, मुझे क्या; कल से 25% टैरिफ लगेगा भारत पर 25% टैरिफ लगाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और रूस को डेड इकोनॉमी बताया। उन्होंने कहा- भारत और रूस अपनी अर्थव्यवस्था को साथ ले डूबें, मुझे क्या।एक दिन पहले ट्रम्प ने 1 अगस्त 2025 से भारत पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। पूरी खबर पढ़ें