भिंड शहर के सेंट माइकल स्कूल में तीसरी कक्षा की छात्रा का तिलक मिटवाने और कलावा उतरवाने के आरोप पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने स्कूल पर ताला डालने और हिंदू विरोधी गतिविधियां रोकने की मांग की। स्कूल प्रबंधन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे फीस विवाद का मामला बताया है। क्या है पूरा मामला? छात्रा भूमि शर्मा के पिता पंकज शर्मा का आरोप है कि 6 नवंबर को उनकी बेटी जब स्कूल गई, तो स्कूल प्रबंधन ने उसके माथे का तिलक मिटवाया और हाथ में बंधा कलावा उतरवा दिया। इस घटना से नाराज विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने बुधवार को स्कूल के बाहर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। ABVP का कहना है कि स्कूल हिंदू विरोधी गतिविधियों में लिप्त है और जब तक ऐसी गतिविधियां बंद नहीं होंगी, स्कूल संचालित नहीं होने देंगे। प्रशासन ने संभाला मोर्चा स्कूल के बाहर विवाद बढ़ते देख प्रशासन हरकत में आया। तहसीलदार मोहनलाल शर्मा मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया ताकि स्थिति नियंत्रित रहे। तहसीलदार ने पूरे मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। स्कूल प्रबंधन का पक्ष सेंट माइकल स्कूल के प्राचार्य फादर सैंटली ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि छात्रा के पिता पिछले तीन साल से 55,000 रुपये की फीस जमा नहीं कर रहे हैं। बार-बार फीस जमा करने के लिए कहने पर अब यह झूठे आरोप लगाकर स्कूल को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि जिस दिन का मामला बताया जा रहा है, उस दिन छात्रा ने न तिलक लगाया था और न ही उसके हाथ में कलावा था। प्राचार्य ने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी सौंपे हैं। जांच के बाद होगी कार्रवाई
प्रशासन ने दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद जांच शुरू कर दी है। तहसीलदार ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विद्यार्थी परिषद के प्रदर्शनकारी नेताओं ने चेतावनी दी है कि जब तक स्कूल हिंदू विरोधी गतिविधियों से जुड़े आरोपों पर सफाई नहीं देता और प्रबंधन माफी नहीं मांगता, तब तक स्कूल को संचालित नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल स्कूल के बाहर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।


