भोपाल की अयोध्या नगर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई कर साइबर ठगों को बैंक खाते बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। आरोपी 10 हजार रुपए में बैंक खाता बेचते थे। पुलिस ने गैंग के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया। उत्तर प्रदेश के झांसी में रहने वाले उसके दो साथी फरार बताए जा रहे हैं। बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की। कोर्ट से उसे जमानत पर छोड़ दिया गया है। दावा किया जा रहा है कि आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन, फर्जी तरीके से खोले गए खातों की बैंक किट सहित पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। हालांकि, आरोपी को आसानी से जमानत मिलने के कारण पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हो गए हैं। टीआई महेश लिल्लारे ने बताया कि साइबर ठग गिरोह और फर्जी तरीके से करंसी एक्सचेंज करने वाले गैंग के एक जालसाज को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान आतिफ खान (35) निवासी ललितपुर के रूप में की गई है। उसके गिरोह के सरगना अजय शर्मा और अन्य सदस्य पंकज सेन की तलाश की जा रही है। पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि वह स्लम एरिया में रह रहे लोगों को कम ब्याज दर पर लोन दिलाने का झांसा देकर उनके दस्तावेज ले लेता था। इसके बाद फेडरल बैंक एमपी नगर में उनके नाम के खाते खुलवाकर बेच देता था। पुलिस ने उसके पास से फर्जी तरीके से खुलवाए गए चार बैंक अकाउंट की पासबुक, फर्जी सिम, पासपोर्ट की कॉपी जब्त की है। मजदूरों को भी टार्गेट किया आरोपी आतिफ एक साल से भोपाल के कोलार इलाके में किराए से रह रहा था। अजय के कहने पर भोपाल आया था। अजय ने उससे कहा था कि स्लम एरिया, रेन बसेरा और मजदूर के पीठे (मजदूरों के मिलने की जगह) पेंठ बना ले। उनके दस्तावेज कम दर में लोन दिलाने का झांसा देकर हासिल करो। आरोपी मजदूरों को झांसा देता कि उनके दस्तावेज पर अकाउंट खुलवाएगा, इस अकाउंट का इस्तेमाल करने के एवज में पांच हजार रुपए महीना उन्हें दिया जाएगा। काम खत्म होने पर बैंक अकाउंट संबंधी सभी दस्तावेजों को लौटा दिया जाएगा। पीठे पर लगातार देख पुलिस को सूचना दी आरोपी बीते कई दिनों से मीनाल गेट नंबर दो के पास स्थित पीठे पर आता था। यहां वह मजदूरों को अपनी बातों में फांस रहा था। दो मजदूर उसके बहकावे में आकर अकाउंट खुलवाने के लिए राजी हो गए। दोनों ने अपने दस्तावेज आरोपी को सौंप दिए थे। मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। टीआई का कहना है कि आरोपी पूर्व में फर्जी तरीके से खाते खुलवाकर कितने खाते बेच चुका है, इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।


