मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़े की परतें लगातार खुल रही हैं। कहीं दोहरा लाभ लेने का मामला सामने आ रहा है तो कहीं पुरुष इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। फर्जी आवेदनों की भी बाढ़ आ गई है। अब तक की जांच में राज्य में 32,893 फर्जी आवेदन सामने आए हैं। इन्हें रद्द किया जाएगा। वहीं 5095 ऐसे मामले मिले हैं, जिनमें लाभुक दोहरा लाभ उठा रहे हैं। दरअसल सरकार इस योजना के अपात्र लाभुकों की जांच करा रही है। सभी जिलों में इसकी जांच चल रही है। जिलों से महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग को जो प्रारंभिक रिपोर्ट मिली है, उससे फर्जी आवेदकों और दोहरा लाभ लेने वाले लाभुकों का खुलासा हुआ है। इन्हें चिह्नित करने का काम अभी भी जारी है। राज्य में सर्वजन पेंशन योजना में 1000 रु. पेंशन मिलती है। विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम ने कहा था कि दिसंबर से मंईयां योजना की राशि 1000 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए कर दी जाएगी। इसके बाद ही फर्जीवाड़ा शुरू हुआ। आचार संहिता खत्म होते ही सर्वजन पेंशन योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं ने भी मंईयां योजना के लिए आवेदन दिया। सर्वजन पेंशन व मंईयां योजना की वेबसाइट अलग-अलग होने से मामला पकड़ में नहीं आया और काफी आवेदन स्वीकृत हो गए। इधर, बोकारो मे मंईयां का पैसा लेने वाला एक और युवक धराया बोकारो | कसमार प्रखंड में मंईयां योजना का पैसा लेने वाला एक और युवक पकड़ा गया है। तेलमुंगा का रूपेश घांसी प्रज्ञा केंद्र में कर्मचारी था। उसने अपने नाम से आवेदन दिया और स्वीकृत भी हो गया। बीडीओ नम्रता जोशी ने कहा कि रूपेश घांसी के खाते में चार बार एक-एक हजार रुपए और एक बार 2500 रुपए भेजे गए थे। उसने फर्जी तरीके से आवेदन किया था। उससे 6500 रुपए की वसूली की गई है। रिपोर्ट जिला कार्यालय को भेज दी गई है। संतोष के खाते में जा रहा दशमी का पैसा जरीडीह के अराजू निवासी दशमी कुमारी के पैसे कसमार के पिरगुल निवासी संतोष महतो के खाते में जा रहा है। अब तक 6500 रुपए संतोष के खाते में ट्रांसफर हो चुके हैं। दशमी ने बीडीओ को पत्र लिखकर कहा है कि उसके खाता नंबर की जगह संतोष का खाता नंबर डाल दिया गया है। संतोष से पैसे रिकवरी कर उसके खाते में पैसे डाले जाएं। ये ले रहे मंईयां के साथ सर्वजन पेंशन का भी लाभ चतरा 991 दुमका 501 गिरिडीह 24 गोड्डा 522 जामताड़ा 1032 पू. सिंहभूम 242 रामगढ़ 951 सरायकेला 832 कुल 5095 जानिए, किस जिले में कितने आवेदन फर्जी बोकारो 3267 चतरा 1808 देवघर 1830 धनबाद 2257 दुमका 1065 गढ़वा 1233 गिरिडीह 2170 गोड्डा 926 गुमला 2131 हजारीबाग 2010 जामताड़ा 1913 खूंटी 543 कोडरमा 767 लातेहार 712 लोहरदगा 1166 पाकुड़ 1551 पलामू 2395 पू. सिंहभूम 133 रामगढ़ 405 रांची 752 साहिबगंज 1268 सरायकेला 718 सिमडेगा 510 प. सिंहभूम 1373 ऐसे पकड़ी गई गड़बड़ी मंईयां योजना के अपात्र लाभुकों की जांच के दौरान कई आवेदक ऐसे मिले, जिनमें आवेदक का नाम एक था, लेकिन पिता या पति का नाम अलग था। एक ही लाभुकों के दो-तीन बैंक खाते दिख रहे थे। कुछ ऐसे लाभुक भी मिले जिसमें दो लाभुकों के आवेदन में पति की जगह एक ही व्यक्ति का नाम लिखा था। इसके बाद फर्जीवाड़े का मामला खुला। अभी मंईयां योजना की वेबसाइट बंद है। इसके खुलने के बाद आगे की जांच होगी। इसमें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।