शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका पर आज मोहाली अदालत में सुनवाई शुरू हो गई है। दोनों पक्षों की तरफ से आज दोबारा फिर बहस की जाएगी। गत सुनवाई पर करीब साढ़े चार घंटे तक बहस चली थी। माना जा रहा है कि आज याचिका पर फैसला हो सकता है। दूसरी तरफ मजीठिया व उनके समर्थकों पर अमृतसर में विजिलेंस ब्यूरो के काम में रुकावट डालने समेत एक और पर्चा दर्ज किया गया है। इस पर अकाली दल के नेताओं का कहना है कि पहले मामलों में सरकार कुछ नहीं कर पाई है। ऐसे में नया केस डालकर उलझाने के प्रयास किए जा रहे है। अमृतसर से किया था मजीठिया को अरेस्ट मजीठिया को विजिलेंस ब्यूरो ने 25 जून को अमृतसर से गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी आय से अधिक संपत्ति जुटाई है। इससे पहले 2021 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मजीठिया पर एनडीपीएस एक्ट के तहत भी केस दर्ज हुआ था। जिसमें अब तक पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चटोपाध्याय और ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर समेत 6 लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं। पंजाब, हिमाचल, दिल्ली और यूपी में मजीठिया की संपत्तियों पर छापेमारी हो चुकी है। सरकार का कहना है कि उसके पास पुख्ता सबूत हैं, जबकि मजीठिया के वकील इसे राजनीति से प्रेरित और बेबुनियाद मामला बता रहे हैं।