महादेव सट्टा एप केस में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला केस में प्रवर्तन निदेशालय के रायपुर क्षेत्रीय कार्यालय (ईडी) की टीम ने गोविंद केडिया के प. बंगाल स्थित आधा दर्जन ठिकानों में छापेमारी की है। जांच के दौरान आरोपी के घर से दस्तावेज मिला है। आरोपी ने सट्टे का पैसा शेयर मार्केट में लगाया है।
ईडी ने आरोपी के बैंक, डीमैट खाता में जमा पैसा समेत 130 करोड़ का शेयर फ्रीज किया है। ईडी का दावा है कि दुबई से गोविंद के पास हवाला के माध्यम से पैसा आता था। उसे वह शेयर मार्केट में निवेश करता था। उसने कई शैल कंपनियां भी बनाई है, जिसके माध्यम से सट्टे की काली कमाई को सफेद किया गया है। 2426.18 करोड़ से ज्यादा कैश और संपत्ति फ्रीज महादेव सट्टा एप मामले में अब तकED ने 2426.18 करोड़ से ज्यादा कैश और संपत्ति फ्रीज किया है। ईडी के अनुसार ब्रोकर गोविंद केडिया महादेव सट्टा के चौथे प्रमोटर विकास छापरिया का करीबी है। वह उसके पैसों को खपाता था। गोविंद स्टॉक पोर्टफोलियो फर्म का मालिक है। वह परफेक्ट प्लान इंवेस्टमेंट्स (एलएलपी), एक्जिम जनरल ट्रेडिंग एफजेडसीओ और टेक प्रो आईटी सॉल्यूशंस एलएलसी जैसी कंपनियों के जरिए सट्टे की अवैध कमाई को निवेश किया है। कुल 12 आरोपी गिरफ्तार महादेव सट्टा एप मामले में गोविंद केडिया समेत कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वही 100 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली है, चार अभियोजन शिकायतें दर्ज की हैं। वही 530 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के तीन प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी किए हैं। वही अब तक 19.36 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है,16.68 करोड़ रुपये की कीमती वस्तुएं जब्त की हैं और 1729.17 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इस मामले में ईडी चल और अचल संपत्तियों का कुल मूल्य आज की तारीख में 2295 करोड़ रुपये (लगभग) है। वही इस मामले में जांच जारी है। महादेव मामले में ये जेल में महादेव सट्टा मामले के आरोपी गिरीश तलरेजा, नितिन टिंबरेवाल, सतीश चंद्राकर, चंद्रभूषण वर्मा, भीम सिंह यादव, सूरज चौखानी, नीतीश दीवान, असीम दास,अमित अग्रवाल,सुनील दमानी और गोविंद केडिया रायपुर जेल में बंद है। गोविंद केडिया को 20 दिसंबर तक जेल महादेव सट्टा एप मामले में प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में चल रहे शेयर ब्रोकर गोविंद केडिया को भी गुरुवार को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था। सुनवाई के बाद कोर्ट ने 20 दिसंबर तक केडिया को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। वहीं ED ने हिरासत के दौरान गोविंद केडिया से पूछताछ की। लेकिन गोविंद केडिया की ओर से कोई विशेष सहयोग ED की टीम को नहीं मिला। फिलहाल, केडिया को सभी आरोपियों के साथ ही न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया है।