महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के विधायकों का शपथ से वॉकआउट:आदित्य ठाकरे बोले- हमें EVM पर शक; अजित बोले- चुनाव आयोग जाएं

महाराष्ट्र विधानसभा के स्पेशल सेशन के पहले दिन शनिवार को विपक्ष ने EVM के मुद्दे पर वॉकआउट किया। आज सभी 288 नए विधायकों को शपथ लेनी थी। 173 विधायकों ने शपथ ली। इनमें समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी और रईस शेख भी शामिल हैं। सपा महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) में शामिल है। शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा- हमारे विधायकों ने आज शपथ नहीं ली। अगर ये जनता का जनादेश होता तो लोग खुश होते, जश्न मनाते, लेकिन कहीं भी लोगों ने इस जीत का जश्न नहीं मनाया। हमें EVM पर शक है। विपक्ष के वॉकआउट पर डिप्टी CM अजित पवार ने कहा, ‘चुनाव हुआ है और लोगों ने हमें जिताया है। अभी वॉकआउट से कुछ नहीं होने वाला। अगर विपक्ष को कुछ करना है तो चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए। वहां भी न्याय नहीं मिलता तो अदालत का दरवाजा खटखटाना चाहिए। 115 विधायकों को शपथ लेना बाकी है। इनमें ज्यादातर विपक्ष के हैं। महाराष्ट्र विधानसभा का स्पेशल सेशन 8 दिसंबर के लिए स्थगित किया गया है। विपक्ष के वॉकआउट पर नेताओं के बयान… NCP (शदर पवार) नेता जितेंद्र आव्हाड- हम विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए और हमने शपथ नहीं ली। इसका कारण ये था कि मारकडवाडी के लोग विधानसभा चुनाव के लिए बैलेट पेपर से मतदान चाहते थे और प्रशासन ने यह मांग नहीं मानी। लोगों को ये तय करने का अधिकार है कि वे कैसे मतदान करना चाहते हैं। क्या अपनी राजनीतिक जागरूकता दिखाना गलत है। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार- जब भी हम EVM, VV-PAT की जांच के बारे में बात करते हैं तो चुनाव आयोग हमेशा मॉकपोल की बात करता है। वे हमें 100% जांच करने की अनुमति नहीं देते हैं। चुनाव पारदर्शी तरीके से हुए, अगर EVM में कोई समस्या नहीं है तो मारकडवाडी गांव में री-पोलिंग कराने में क्या समस्या है। पूरा गांव इसकी मांग कर रहा है, हम मार्कडवाडी गांव के लोगों के साथ हैं। समाजवादी पार्टी नेता अबू आजमी- हमारा इससे क्या लेना-देना है। टिकट बांटने के दौरान हमसे संपर्क नहीं किया गया, चुनाव के दौरान किसी भी तरह का समन्वय नहीं था।,लेकिन मेरी राय है कि अगर लोगों में संदेह है तो EVM को हटा दिया जाना चाहिए। मैंने शपथ ले ली है। NCP (अजित) नेता छगन भुजबल- विपक्षी नेता शपथ ग्रहण का विरोध नहीं कर सकते। अगर उन्हें सदन की कार्यवाही में भाग लेना है तो उन्हें शपथ लेनी होगी। जानिए क्या है मारकडवाडी विवाद?
23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आया था। सोलापुर जिले की मालसिरस विधानसभा सीट से NCP (शरद) उम्मीदवार उत्तमराव जानकर ने जीत हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी के राम सातपुते को हराया था। रिजल्ट के बाद मालसिरस विधानसभा के मारकडवाडी गांव के लोगों ने दावा किया था कि गांव के ज्यादातर लोगों ने NCP प्रत्याशी को वोट दिए थे, लेकिन EVM के आंकड़े के मुताबिक बीजेपी प्रत्याशी को 1003 वोट मिले हैं और NCP प्रत्याशी को 843 वोट। ये गलत है। गांववालों का दावा है कि बीजेपी प्रत्याशी को 100-150 वोट से ज्यादा नहीं मिल सकते हैं। गांववालों ने खुद के खर्चे पर स्थानीय प्रशासन ने बैलट पेपर पर दोबारा मतदान कराने की अपील की थी। लेकन प्रशासन से इसे खारिज कर दिया था। इसी के बाद EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए आज गांव वालों ने खुद बैलट पेपर पर मतदान का कार्यक्रम आयोजित किया है। 3 दिसंबर को सारी तैयारी की गई थी। पोलिंग बूथ तक बनाया गया था, लेकिन प्रशासन ने बैलेट पेपर से ग्रामीण की तरफ से वोटिंग को रोक दिया था। 17 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। महाराष्ट्र विधानसभा के स्पेशल सेशन की 5 तस्वीरें… 9 दिसंबर को चुना जाएगा विधानसभा अध्यक्ष
6 दिसंबर को विधायक कालिदास कोलंबकर को विधानसभा के विशेष सत्र के लिए प्रोटेम स्पीकर चुना गया था। उन्हें गवर्नर सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में शपथ दिलाई। आज उन्होंने अन्य विधायकों को शपथ दिलाई है। 9 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष चुना जाएगा। इसके लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार का नाम चर्चा में है। हालांकि, चर्चा ये भी है कि राहुल नार्वेकर नई सरकार में मंत्री बनना चाहते हैं, ऐसे में सुधीर मुनगंटीवार अध्यक्ष पद के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। विधायकों की शपथ और अध्यक्ष के चुनाव के बाद 9 दिसंबर को ही राज्यपाल का अभिभाषण होगा। नई विधानसभा का शीतकालीन सत्र नागपुर में 16 से 21 दिसंबर तक चलेगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 5 दिसंबर को शपथ के बाद कहा था कि शीतकालीन सत्र से पहले नए मंत्रिमंडल की घोषणा कर दी जाएगी। 5 दिसंबर को फडणवीस CM, एकनाथ शिंदे और अजित पवार डिप्टी CM बने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 23 नवंबर को आया था। 13 दिन के इंतजार के बाद देवेंद्र फडणवीस CM, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने डिप्टी CM पद की शपथ ली। काफी मनौव्वल के बाद डिप्टी CM पद स्वीकार करने वाले शिंदे महाराष्ट्र के दूसरे ऐसे नेता बने, जो CM से डिप्टी CM बने। वहीं, फडणवीस ने 10 साल में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ऐसा करने वाले वह भाजपा के पहले नेता हैं। NCP नेता अजित पवार छठी बार डिप्टी CM बने। वे कांग्रेस, महायुति और महाविकास अघाड़ी सरकार में डिप्टी CM रहने वाले महाराष्ट्र के पहले नेता बन गए हैं। पूरी खबर पढ़ें… विपक्ष के किसी भी दल के पास 10% सीटें नहीं, नेता विपक्ष पर संशय महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 23 नवंबर को रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटें मिलीं। इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और NCP को 41 विधायक जीते। वहीं महाविकास अघाड़ी (MVA) को 46 और अन्य को 12 सीटें मिलीं। MVA में शिवसेना (UBT) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की NCP को 10 सीटों पर जीत मिली। बहुमत का आंकड़ा 145 है। नेता विपक्ष पर दावा करने के लिए पार्टी के पास 10% सीटों होना जरूरी है। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में इस पद पर दावा करने के लिए 29 सीटों की जरूरत है, जो किसी भी विपक्षी पार्टी के पास नहीं हैं। ऐसे में विधानसभा में कोई मुख्य विपक्षी दल और उसका नेता नहीं होगा। महाराष्ट्र से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अजित पवार की ₹1,000 करोड़ की जब्त संपत्ति रिलीज होगी, ट्रिब्यूनल बोला- बेनामी लेनदेन नहीं हुआ महाराष्ट्र के डिप्टी CM पद की छठी बार शपथ लेने के 2 दिन बाद अजित पवार की जब्त बेनामी संपत्ति रिलीज करने का आदेश आ गया। दिल्ली के आयकर विभाग ट्रिब्यूनल ने पवार की 1 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को फ्री कर दिया है। 7 अक्टूबर 2021 में छापेमारी के दौरान IT डिपार्टमेंट ने इन संपत्तियों को जब्त किया था। इसमें अजित की पत्नी सुनेत्रा पवार और बेटे पार्थ पवार की भी संपत्तियां हैं। पढ़ें पूरी खबर…

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