झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में अंगदान करने वाले विष्णु के 2 बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी सोशल वर्कर महिला ने ली है। अस्पताल में अंगदान करने की सूचना मिलने के बाद महिला के पति ने जब घर पर महिला से चर्चा की तो महिला ने इस पुण्य के कार्य में भागीदार बनने के लिए मृतक के दो बच्चे की शिक्षा की जिम्मेदारी लेने की बात कही। विष्णु की डेड बॉडी को घर के लिए रवाना करने के दौरान महिला साधना अपने अरविंद पति युवराज के साथ अस्पताल पहुंची और उन्होंने प्रशासन को इसकी जानकारी दी। जिस पर कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने उनका उत्साह बढ़ाया। इस दौरान महिला का प्रशासन की ओर से प्रशंसा पत्र देकर सम्मान भी किया गया। सोशल वर्कर महिला साधना ने बताया कि विष्णु के दो बच्चे राजकुमार (11) और बंटी (08) हैं। ऐसे में दोनों की शिक्षा पूरी होने तक उनका खर्च उठाएंगे। अस्पताल में हुआ था ब्रेन डेड
झालावाड़ के पीपाजी का बाग मानपुरा के रहने वाले विष्णु प्रसाद (33) 10 दिसम्बर को रात 9 बजे झगड़े में घायल हो गए थे। 11 दिसम्बर को सुबह 10 बजे एसआरजी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज झालावाड़ में आपातकालीन वार्ड में लाया गया। बेहोशी की हालत में सिर का सिटी स्कैन करवाने पर पता चला कि मरीज के सिर में गंभीर चोट है। उसकी वजह से डॉ. रामसेवक योगी ने तुरंत सिर का ऑपरेशन करके मरीज की जान बचाने की कोशिश की, लेकिन 12 दिसम्बर को सुबह 9 बजे मरीज की जांच से पता चला कि मरीज का ब्रेन डेड होने वाला है। डॉ रामसेवक योगी ने संस्था के उच्च अधिकारी डीन डॉ. दीपक गुप्ता और एसआरजी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक शर्मा को सूचना दी। जिसके बाद आज अंगदान की कार्रवाई की गई। जयपुर और जोधपुर भेजे ऑर्गन
ब्रेनडेड युवक विष्णु से 4 लोगों को जीवनदान मिलेगा। जयपुर और जोधपुर में होने वाले ट्रांसप्लांट के लिए ऑर्गन पहली बार हेलिकॉप्टर से भेजे गए। रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे झालावाड़ से ऑर्गन लेकर हेलिकॉप्टर जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज पहुंचा। यहां से एक ऑर्गन बॉक्स को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचाया गया। यहां रिफ्यूलिंग के बाद हेलिकॉप्टर ने 11.45 पर जोधपुर के लिए उड़ान भरी। जयपुर में दो मरीजों को और जोधपुर में एक मरीज को ऑर्गन ट्रांसप्लांट किया जाएगा।