मोनिका कुमारी | अमृतसर नेल आर्ट में 12 साल की बेटी ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाकर गुरुनगरी का नाम रोशन किया है। होली सिटी की रहने वाली तरन्नुम बजाज ने यंगेस्ट नेल आर्टिस्ट का खिताब हासिल किया है। उनके पिता तरनदीप सिंह बजाज शुगर मर्चेंट और मां अमनदीप कौर होममेकर हैं। उनके घर में दादा-दादी और एक भाई अर्शदीप सिंह कनाडा में है। तरन्नुम का बचपन से ही कुछ अलग करने का सपना था, इसलिए 4 साल की उम्र में डांस इंडिया डांस में फर्स्ट लेवल तक पहुंची थी। मगर किसी कारण से वह डांस कोचिंग रेगुलर नहीं रख पाईं मगर उसने हिम्मत नहीं हारी। तरन्नुम बजाज ने पेंसिल और स्कैच से आर्ट करना शुरू कर दिया। इसके बाद घर में अपने पापा को नेल आर्ट की कोचिंग लेने के लिए पूछा, लेकिन साफ मना कर दिया। जब तरन्नुम ने अपनी आर्ट पापा को दिखाई तो वह बहुत खुश हुए और उन्होंने कोर्स में एडमिशन दिला दिया। 2024 की गर्मियों में तरन्नुम ने कोर्स शुरू किया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर अकाउंट बनाकर अपनी आर्ट को डालना शुरू कर दिया, जिसके बाद लोगों ने आर्ट को खूब सराहा। इसके बाद इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड वालों ने फोन किया और आर्ट की डिटेल्स मंगवाई। सारी आर्ट देखने के बाद उन्होंने कहा कि इतनी छोटी उम्र में यह आर्ट करना आम बात नहीं है। यह इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में यंगेस्ट नेल आर्टिस्ट बन गई है। इसके बाद पूरा परिवार बहुत ही खुश हुआ। तरन्नुम की मां अमनदीप कौर ने कहा कि उनकी बेटी 7वीं क्लास में पढ़ती है वह जितनी आर्ट में अच्छी है उतनी ही पढ़ाई में भी अच्छी है। हर साल वह टॉप करती है। उन्हें यह तो पता था कि उनकी बेटी टेंलेंटेड है, लेकिन वह इतने बड़े लेवल पर परिवार का नाम रोशन करेगी यह कभी नहीं सोचा था। परिवार में इससे पहले कोई भी आर्टिस्ट नहीं है। उन्होंने सभी पेरेंट्स को संदेश दिया कि यदि आपका बच्चा पढ़ाई के अलावा किसी भी चीज में आगे बढ़ना चाहता है तो उसे रोकें नहीं, बल्कि सहयोग करें। अधिकतर मां-बाप अपनी मर्जी दिखाकर बच्चों की ग्रोथ को रोक लेते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। बच्चों की रुचि के मुताबिक उन्हें सहयोग करते जाएं तो एक दिन वह आपका नाम जरूर रोशन करेंगे।