भास्कर न्यूज| दंतेवाड़ा जिले में अल्प वर्षा से परेशान किसान और ग्रामीण मंगलवार को अपने आराध्य को मनाने उदेला के पहाड़ पर पहुंचे। यहां आदिवासियों के देव भीमसेन भगवान की ग्रामीण पूजा करते हैं। क्षेत्र में जब भी बारिश नहीं होती है तो 84 गांव के लोग भीमसेन को पूजते हैं, स्थानीय लोग भीमसेन की पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं। कुआकोंडा क्षेत्र के साथ-साथ दंतेवाड़ा ब्लाक के लोग भी भीमसेन को मनाने पहुंचे हुए थे 1 हजार से अधिक लोग ढोल, बाजे के साथ की भीमसेन की पूजा की। जिले में इस बार सावन के महीने में भी बारिश ठीक से नहीं हुई अब किसानों को सूखे की आशंका सता रही है। शनिवार को क्षेत्र भर के आदिवासियों ने गढ़पदर स्थित भगवान गणेश की पूजा की थी, जिसके बाद मंगलवार को 60 से 70 किलोमीटर दूर से ग्रामीण भीमसेन को मनाने पहुंचे थे। मंगलवार को कुआकोंडा क्षेत्र के अरनपुर, पोटाली, नहाड़ी, रेवाली, निलावाया सहित दंतेवाड़ा ब्लाक के उदेला, मोलसनार के ग्रामीण सुबह से पहाड़ पर पहुंचकर शाम तक पूजा अर्चना की। यहां पहुंच ग्रामीणों के द्वारा भीमसेन रूपी 5 फीट की शिला को खेत के पानी से नहलाया जिसके बाद क्षेत्र के सिरहा, गुनिया, पुजारी पत्थर को पकड़कर हिलाया। सैकड़ों की संख्या में एक साथ लोग पत्थर तक जाते हैं और इसे हिलाकर बारिश की कामना करते हैं। उदेला पहाड़ पर जाकर बारिश के लिए भीमसेन को मनाने की परंपरा 60 से 70 साल से क्षेत्र के लोग निभा रहे हैं। पहले यहां तक जंगल के रास्ते से पहुंचते थे और पहाड़ पर चढ़ते थे, अब प्रशासन के द्वारा क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए सीढ़ियां बना दी गई हैं।