मायानगरी मुंबई में पारंपरिक वेशभूषा में बिखेरा सुरों का जादू:वीणा भजन और हस्तशिल्प का अद्भुत संगम, कलाकारो की मंत्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुतियां

मुंबई के मुक्ति क्लचरल ऑडिटोरियम में रूमायना रंगोत्सव में कला, संगीत और हस्तशिल्प का ऐसा अद्भूत संगम प्रस्तुत किया। मुंबई वासियों का मन मोह लिया। इसमें रंगोत्सव में राजस्थान सहित देशभर की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, खासकर वीणा भजन संगीत कला की प्रस्तुति दी गई गई। खासकर वीणा भजन संगीत कला और स्थानीय दस्तकारी को प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ। मुंबई के जुहू समुद्र तट पर प्रभात सत्संग का अभूतपूर्व संगीत का आयोजन बेहद यादगार बना। प्राचीन वीणा भजन संगीत और पारंपरिक वेशभूषा में कलाकारों की प्रस्तुति प्रोग्राम की शुरुआत से समापन तक 75 लोक कलाकारो की ओर से कबीर, मीरा, गोरख आदि संतो की वाणीयां गूंजती रही। दोपहर 4 से रात्रि 10 बजे तक अनवरत चले रूमायना रंगोत्सव में एक से बढ़कर एक हुई प्रस्तुतियों ने मुंबई वासीयों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कलाकारों ने राजस्थानी पारंपरिक वेशभूषा में ऐसे अद्भुत भजनों और सुरों की प्रस्तुति दी कि उपस्थित श्रोता झूमने और तालियों से वातावरण गूंजाने पर मजबूर हो गए। इस आयोजन ने संगीत की शक्ति और सांस्कृतिक धरोहर की महत्ता को बखूबी दर्शाया। हस्तशिल्प प्रदर्शनी ने किया आकर्षित कार्यक्रम स्थल पर रूमा देवी फाउंडेशन की ओर से आयोजित एक विशेष हस्तशिल्प प्रदर्शनी ने दर्शकों और गणमान्य अतिथियों का ध्यान खींचा। इस प्रदर्शनी में स्थानीय महिला दस्तकार बहनों की ओर से तैयार शानदार एप्लिक, कशीदाकारी का प्रदर्शन किया गया। पारंपरिक डिज़ाइनों को आधुनिक वेस्टर्न शैली में ढालकर बनाए गए इन उत्पादों की न केवल सराहना हुई। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने इन महिला कारीगरों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके प्रयासों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। समाजसेवियों और उद्यमियों का योगदान समाजसेवी और भामाशाह प्रकाश जैन ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए बाड़मेर के मांगता गांव में रूमा देवी क्रॉफ्ट सेंटर के लिए भूमि और भवन निर्माण कराने की घोषणा की। इस आयोजन के प्रयोजक उद्यमी एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश जैन ने रूमा देवी फाउंडेशन के विस्तार और क्रॉफ्ट वर्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने में अपने निरंतर सहयोग का वादा किया। वरनी समूह के किशन माली ने राजस्थान को मुंबई में जीवंत करने के लिए आभार व्यक्त किया। महान हस्तियों की उपस्थिति और उत्साहवर्धन प्रसिद्ध अभिनेत्री पूनम सिन्हा ने आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए रूमा देवी आज हम सब की प्रेरणापुंज है। मुक्ति फाउंडेशन की संयोजक और फिल्म निर्माता, सामाजिक कार्यकर्ता स्मिता ठाकरे ने कार्यक्रम के दौरान रूमा देवी का साक्षात्कार लिया। महाराष्ट्र में उनके साथ मिलकर काम करने की इच्छा व्यक्त की। सेवाधाम उज्जैन के संस्थापक सुधीर गोयल को रूमा देवी फाउंडेशन की तरफ से मानवीय सेवाओं के लिए सर्वतोभद्र सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही प्रसिद्ध पैनल संचालिका पूनम ठक्कर ने सुरेश जैन, प्रकाश जैन और डॉ. रूमा देवी के साथ विशेष बातचीत की। उन्होंने इन दिग्गजों की भावी योजनाओं और सामाजिक कार्यो के विस्तार पर चर्चा की।

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