मालाकोट माता मेला में छत्तीसगढ़ी लोक कला की धूम:हमर सोन चिरईया मंच ने करमा-ददरिया,सुआ गीतों से बांधा समां, सामाजिक संदेश भी दिए

कोंडागांव के ग्राम मालाकोट में पारंपरिक माता मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ‘हमर सोन चिरईया रिकार्डिंग डांस परिवार’ ने रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। सरपंच गीता नेताम और उपसरपंच बसंती नेताम ने बताया कि यह मेला प्राचीन काल से हर साल मनाया जाता है। क्षेत्र के विभिन्न गांवों से आए श्रद्धालु आंगादेव और देवलाट की परिक्रमा करते हैं। इस साल मेले में ‘हमर सोन चिरईया’ लोक कला मंच के कलाकारों ने छत्तीसगढ़ी करमा, ददरिया, सुवा और बस्तरिया लोक गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम देर रात तक चला। मंच के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से जल, जंगल, जमीन के संरक्षण का संदेश दिया। साथ ही नशामुक्ति, बाल विवाह रोकथाम, स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसे विषयों पर भी जागरूकता फैलाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में मंच के संस्थापक खीर चंद दीवान, हरेंद्र दीवान और देवेंद्र नेताम का योगदान रहा। संरक्षक मलारु नेताम के साथ कलाकार रविना, सियोबती, एवती, देवेश्वरी, प्रेरणा, दिनेश्वरी, रेणुका, रीतिका, पूजा, खेमसिंह, अरुण, कमलेश, लक्ष्मीनाथ, देवी और मनेश ने भी अपना सहयोग दिया। ग्राम पंचायत मालाकोट के जनप्रतिनिधियों ने भी आयोजन में मदद की।

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