लुधियाना| गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा दमदमा साहिब से प्रभात फेरी निकाली। इस अवसर पर सभी संगत ने मिलकर वाहो वाहो गोबिंद सिंह आपे गुरु चेला, मित्तर प्यारे नू, हाल मुरीदां दा कहना कीर्तन किया। अमृत समय ठंड में संगत दुगरी के इलाके में सिमरन करती हुई निकली वही संगत ने फूलों की बरखा और आतिशबाज़ी कर प्रभात फेरी का स्वागत किया। इस अवसर पर सरपंच निर्मल सिंह वेरकला ने बताया की गुरु गोबिंद सिंह जी के मुखारबिंद से यह शबद उन्होंने कड़ाके की ठंड की रात को गाया था। जब गुरु साहिब जी ने चमकौर की लड़ाई में खालसा सेना का नेतृत्व किया था जहां गुरु जी ने खालसा पंथ के दुश्मनों की विशाल सेना के साथ युद्ध किया था। उनके बेटों ने खालसा आदर्शों के लिए लड़ते हुए उनकी आंखों के सामने शहादत को गले लगा लिया। इस शबद में गुरु साहिब जी अत्यधिक कठिनाइयों और कठिन समय के बावजूद वाहेगुरु की याद के लिए तरसते हैं। इस मौके पर संगत ने गर्म चाय और पकौड़े का लंगर छक्का और अंत में सभी संगत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्र छाया में कीर्तन करते हुए गुरुद्वारा साहिब पहुंची हेड ग्रंथी भगवान सिंह ने बताया की 4 दिसंबर तक लगातार प्रभात फेरी जारी रहेंगी।