अलीगढ़ के रोरावर थाना क्षेत्र के अमरपुर कोंडला की फेयर मीट फैक्ट्री (फेयर एक्सपोर्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) में हुए अमोनिया गैस के रिसाव की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। शासन ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की है और अधिकारियों से आख्या मांगी है। मीट फैक्ट्री के चिलर में वाल्ब लीक होने के कारण बीते दिनों अमोनिया का रिसाव हो गया था। जिसके कारण पैकेजिंग यूनिट में काम करने वाले 7 मजदूर बेहोश हो गए थे और उन्हें आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब प्रदेश के सतर्कता विभाग की ओर से मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। 15 दिसंबर को हुआ था हादसा रोरावर थाना क्षेत्र के दिल्ली-कानपुर रोड पर बनी फेयर मीट फैक्ट्री में 15 दिसंबर को अमोनिया गैस का रिसाव हो गया था। इसकी जद में आने के कारण कई महिला और पुरुष मजदूर बेहोश हो गए थे और उनकी जान पर बन गई थी। जिसके बाद अधिकारियो की टीम मौके पर पहुंची थी। घटना के समय 100 मजदूर फैक्ट्री में पैकेजिंग का काम कर रहे थे। इसमें 40 महिलाएं भी थी। गैस के कारण बेहोश होने वालों में 6 महिला मजदूर और 4 पुरुष थे। इसमें से 7 की हालत गंभीर हो गई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना के बाद डीएम ने फैक्ट्री के संचालन पर भी रोक लगा दिया था। सात मजदूरों का चला था इलाज हादसे के कारण मीट फैक्ट्री में काम कर रही शाहजमाल निवासी चांदनी (23) पुत्री शाहिद, रोरावर निवासी रजनी (26) पुत्री सलमान, भुजपुरा निवासी नाजिया (18) पुत्री अकबर, शाहजमाल निवासी अल्फिशा (23), मकदूम नगर निवासी जैनब (22) पुत्री जाहिद, नींवरी निवासी सोफिया (20) पुत्री इस्लाम और तालसपुर खुर्द निवासी अरमान (22) पुत्र मुख्तार बेहोश हो गया था। इनका कई दिन तक इलाज चलता रहा था। पांच विभागों ने की थी मामले की जांच हादसे के बाद डीएम विशाख जी. ने तत्काल फैक्ट्री के संचालन पर रोक लगा दी थी और मामले की जांच के लिए पांच विभागों की टीम बनाई थी। इसमें एडीएम सिटी के नेतृत्व में प्रशासन, पुलिस, फायर ब्रिगेड, श्रम विभाग के कारखाना विभाग और प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने मामले की जांच की थी। जिसके बाद रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी गई थी। शासन से रिपोर्ट हुई है तलब सतर्कता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने मीट फैक्ट्री में हुए गैस रिसाव के मामले में अलीगढ़ प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। जिसके बाद अधिकारी अब उच्च अधिकारियों व शासन को रिपोर्ट भेजने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि जांच में फैक्ट्री संचालकों की कमी नहीं मिली थी और टेक्निकल कमी के कारण यह हादसा होना पाया गया था।


