झारखंड के हजारी बाग में नीट यूपी 2024 की परीक्षा के चोरी हुए पेपर को सॉल्व करने के मामले में एसजेपी मेडिकल कॉलेज के दो स्टूडेंट्स को निलंबित किया है। जिनमें कुमार मंगलम विश्नोई बैच 2022 तथा दीपेंद्र शर्मा बैच 2023 का है। इन दोनों को एनएमसी डायरेक्टर यूजीएमईबी सुखलाल मीणा ने 15 अप्रैल को तीन दिन में निलंबित करके आदेश की अनुपालना रिपोर्ट मांगी थी और राजमेस ने भी निर्देश दिए थे। सीबीआई ने जब तक कि जांच की अंतिम रिपोर्ट प्राप्त न हो जाए, तब तक निलंबन के आदेश दिए हैं। खास बात ये है कि सीबीआई नीट यूजी 2024 परीक्षा से संबंधित छह मामलों की जांच में जुटी है, जिसमें से एक मामले में भरतपुर मेडिकल कॉलेज के उक्त स्टूडेंट्स शामिल हैं। इन्हे सीबीआई ने पहले गिरफ्तार किया था और फिर इनके खिलाफ चार्जशीट पेश की है। कुमार मंगलम विश्नोई जोधपुर, जबकि दीपेंद्र शर्मा दौसा निवासी है। इन पर हजारीबाग में 5 मई की परीक्षा से पहले नीट यूजी का प्रश्नपत्र सॉल्व करने का आरोप है। भरतपुर कॉलेज के कुमार मंगलम व भीलवाड़ा के संदीप की कोटा में हुई थी दोस्ती भरतपुर के कुमार मंगलम विश्नोई व भीलवाड़ा के सांचोर निवासी संदीप की दोस्ती कोटा में नीट की कोचिंग के दौरान हुई थी। कुमार मंगलम, दीपेंद्र और संदीप एक साथ रांची पहुंचे थे, यहां से बाकी सॉल्वरों के साथ कार से 4 मई को हजारीबाग गए थे। “नीट यूजी के हजारी बाग में पेपर सॉल्व करने के मामले में सीबीआई की चार्जशीट में दीपेंद्र शर्मा व कुमार मंगलम विश्नोई को दोषी पाया है। एनएमसी व राजमेस के निर्देश पर आगामी आदेश तक दोनों को निलंबित कर दिया है।” — डॉ. तरुण लाल, प्रिंसीपल, एसजेपी मेडिकल कॉलेज भरतपुर प्रदेश के 4 मेडिकल कॉलेजों में हुए स्टूडेंट्स निलंबित प्रदेश के जोधपुर, भीलवाड़ा, भरतपुर सहित 4 मेडिकल कॉलेजों के कुछ स्टूडेंट्स नीट यूजी 2024 में डमी कैन्डीडेट बनकर या पेपर सॉल्व करने के मामलों में दोषी पाए गए थे। सीबीआई के चार्जशीट पेश करने के बाद एनएमसी के आदेश पर उन्हें निलंबित किया गया है।