मोहाली में चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के ट्रैज़रर एडवोकेट उज्ज्वल भसीन को रास्ते में पिस्टल दिखाकर धमकाने के मामले में पुलिस ने गाड़ी का नंबर ट्रेस कर लिया है। यह गाड़ी लुधियाना की बलजिंदर कौर के नाम पर रजिस्टर्ड है। थाना बलौंगी पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन अब तक गाड़ी की मालिक को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है। उज्ज्वल भसीन का कहना है कि अगर वे कुछ देर वहीं रुक जाते तो आरोपी फायर भी कर सकता था। उन्होंने पुलिस पर सवाल उठाया कि गाड़ी का नंबर पता होने के बावजूद अब तक आरोपी का कोई सुराग क्यों नहीं मिल पाया। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलवंत सिंह का कहना है कि गाड़ी मालिक को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा और पिस्टल दिखाने वाले को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। सीसीटीवी में कैद पूरी घटना पुलिस ने घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया है, जिसमें पूरी वारदात साफ रिकॉर्ड हुई है। फुटेज में नजर आ रहा है कि एक सफेद रंग की पीबी नंबर की कार में बैठे युवक ने कार की खिड़की खोलकर पिस्टल बाहर निकालकर वकील को धमकाने की कोशिश की। मोहाली एसएसपी को दी थी शिकायत एडवोकेट उज्ज्वल भसीन ने इस बाबत रविवार को मोहाली के एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस को ईमेल के जरिए शिकायत भेजी थी। उज्ज्वल भसीन ने एसएसपी को दी शिकायत में बताया कि 13 जुलाई 2025 (रविवार) सुबह करीब 6:30 से 6:40 बजे के बीच उनके साथ जानलेवा घटना घटी। वे अपनी कार नंबर CH01-CX6111 में सवार होकर मोहाली की तरफ जा रहे थे। जब वे मोहाली के सेक्टर 117 में गरम-धर्म TDI के पास पहुंचे तो पंजाब नंबर की सफेद रंग की एक कार अचानक स्लिप रोड से आई और उनकी कार के आगे आकर खड़ी हो गई। चंडीगढ़ सेक्टर 44 निवासी एडवोकेट उज्ज्वल भसीन ने एसएसपी मोहाली को पत्र लिखकर पंजाब नंबर की गाड़ी के मालिक और ड्राइवर की पहचान कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक वकील होने के नाते उनकी सुरक्षा बेहद जरूरी है, और इस घटना से उनकी जान को खतरा महसूस हो रहा है। आरोपी ड्राइवर ने की रोकने की कोशिश शिकायत के अनुसार, उस कार के ड्राइवर ने अपनी खिड़की नीचे की और पिस्टल उज्ज्वल भसीन की ओर तानी। ड्राइवर ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन तभी पीछे से कुछ लोग आते दिखाई दिए, तो आरोपी कार को साइड में लेकर रुक गया। एडवोकेट उज्ज्वल भसीन ने कहा, उसके बाद वे सतर्क हो गए और तुरंत पुलिस इमरजेंसी हेल्पलाइन 112 पर कॉल कर मामले की जानकारी दी।