भास्कर न्यूज| जांजगीर सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन सक्ती के जिला अध्यक्ष भोलाशंकर साहू, जांजगीर जिला अध्यक्ष रविन्द्र नाथ राठौर और कार्यकारी जिलाध्यक्ष सक्ति राज कुमार धारिया ने नेता प्रतिपक्ष और सक्ति विधायक चरण दास महंत को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि युक्तियुक्तकरण की नीति के तहत 10,463 स्कूलों को बंद किया जा रहा है, जिससे इतने ही स्कूलों के रसोइया और सफाईकर्मी बेरोजगार हो जाएंगे। फेडरेशन के अनुसार, शिक्षा विभाग के लगभग 40,000 पद समाप्त किए जा रहे हैं। मोदी की गारंटी के तहत 57,000 शिक्षकों की भर्ती का वादा भी इस नीति से प्रभावित होगा। स्कूलों के बंद होने और मर्ज होने से प्राथमिक प्रधान पाठकों का अस्तित्व खतरे में है। नए सेटअप में एक प्रधान पाठक और एक सहायक शिक्षक को पांच कक्षाएं पढ़ाने की जिम्मेदारी दी जा रही है, जिनमें कुल 18 पीरियड होते हैं। दो शिक्षक एक साथ पांच कक्षाएं नहीं पढ़ा सकते, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा और इसका दोष शिक्षकों पर डाला जाएगा। फेडरेशन ने यह भी बताया कि पीएम श्री स्कूलों के शिक्षकों को भी अतिशेष बताकर बाहर किया जा रहा है।