बस्तर की पहचान गोली-बारूद से नहीं, बल्कि खेलों से होने लगी है। खेलों के जरिए बदल रहे बस्तर में नक्सली भी शामिल हो रहे हैं। दरअसल, शुक्रवार से संभागस्तररीय बस्तर ओलिंपिक की शुरुआत हुई। इसमें खास बात ये देखने को मिली कि पहले जिन हाथों में हथियार हुआ करते थे, उनके हाथ में वॉलीबॉल था। नुवा बाट टीम से सफेद जर्सी पहने खिलाड़ी आत्मसमर्पित नक्सली हैं। हल्बी शब्द नुवा बाट का हिंदी में अर्थ नया रास्ता होता है। यानी अब आत्मसमर्पित नक्सली नए रास्ते पर चल पड़े हैं। नुवा बाट टीम से खेल रहे आत्मसमर्पित नक्सली पहले बस्तर के बीहड़ों में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल थे। जब उन्हें नक्सलियों की खोखली विचारधारा का पता चला, उन्होंने नक्सली संगठन छोड़ दिया और समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 14 दिसंबर की रात रायपुर पहुंचेंगे और उसके अगले जगदलपुर जाएंगे। यहां वे बस्तर ओलिंपिक में शामिल होंगे। बीजापुर में मुठभेड़…दो नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया मुठभेड़ में जवानों ने दो नक्सलियों को मार गिराया है। इनमें एक पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित है। जानकारी के अनुसार नेंड्रा व पुन्नूर में जंगल में सुरक्षाबलों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें जवानों ने 1 लाख का इनामी एरिया सीएनएम अध्यक्ष सोमड़ा कमलू (30) व नेंड्रा आरपीसी जनताना सरकार उपाध्यक्ष कवासी हुंगा (28) को ढेर कर दिया। पुलिस ने नक्सलियों की शिनाख्त करते हुए बताया कि मारे गए दोनों नक्सली तिम्मापुर में आंगनबाड़ी सहायिका की हत्या में शामिल थे। एसपी ने आंगनबाड़ी सहायिका की हत्या में शामिल आरोपियों पर 10 -10 हजार का इनाम घोषित किया था।