रांची के पिस्का मोड़ की रहने वाली कायरा मिश्रा ने समाज के सामने एक अनोखी मिसाल पेश की है। सिर्फ 9 साल की उम्र में कायरा पिछले कई वर्षों से बेजुबान जानवरों को रक्षाबंधन पर रक्षासूत्र बांधती आ रही हैं। कायरा के पिताजी कमलेश कुमार मिश्रा पेशे से पत्रकार हैं और मां पूजा मिश्रा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में असिस्टेंट पब्लिक रिलेशन ऑफिसर है कायरा ने बचपन से अपने माता-पिता और पूरे परिवार को बेजुबान जानवरों की देखभाल करते हुए देखा है। चोट लगने पर दवा देना, भूख लगने पर खाना खिलाना और उन्हें स्नेह देना। कायरा के घर में इस समय करीब 10 जानवर हैं, जिन्हें उनके परिवार ने चोटिल या बेसहारा हालत में रेस्क्यू किया और अपना लिया है। आज ये सभी जानवर उनके परिवार का हिस्सा बन चुके हैं। कायरा का मानना है कि “रक्षाबंधन पर भाई हमारी रक्षा करते हैं, लेकिन बेजुबान जानवरों की रक्षा कौन करेगा?” इसी सोच के साथ उन्होंने प्रण लिया है रक्षाबंधन पर वे और उनके परिवार वाले इन जानवरों को रक्षासूत्र बांधेंगे और उनका जीवनभर ख्याल रखेंगे। कायरा का यह कदम समाज के लिए एक प्रेरणा है, जो हमें यह सिखाता है कि इंसानों के साथ-साथ हमें जानवरों की भी रक्षा और देखभाल करनी चाहिए। बेटी पर है गर्व: पूजा मिश्रा कायरा की मां पूजा मिश्रा बताती हैं, “मैंने अपनी बेटी को शुरू से ही यह संस्कार दिए हैं कि अपनों के साथ-साथ हमें बेजुबान प्राणियों की भी रक्षा करनी चाहिए। उनका सम्मान करना चाहिए और उनका ख्याल रखना चाहिए। मुझे गर्व है कि मेरी बेटी ने इन मूल्यों को दिल से अपनाया है और बेजुबानों के लिए इतना कुछ करती है।”