राजगढ़ में सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्र की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए समन्वित प्रयास करने पर जोर दिया गया। साथ ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने सभी को जिले को नशामुक्त बनाने और इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने की शपथ दिलाई। इस दौरान कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने कहा कि हर विभाग को अपने अधिकार क्षेत्र में नशामुक्ति के लिए आवश्यक कार्यवाही करनी होगी। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर कड़ी निगरानी रखी जाए और मेडिकल स्टोर्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। कलेक्टर ने जिला आबकारी अधिकारी को शराब के अवैध व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए निर्देशित किया। पुलिस अधिकारियों को हॉटस्पॉट क्षेत्रों की पहचान कर नशीले पदार्थों के व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही स्कूल-कॉलेजों के पास दुकानों और गुमटियों की नियमित जांच करने की बात कही गई। नशामुक्ति के लिए जन-जागरूकता पर जोर बैठक में प्रभारी उपसंचालक सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग को मास्टर वॉलंटियर्स की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए गए, ताकि नशे की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जा सके। स्वयंसेवी संस्था अंकुर प्रगतिशील महिला केंद्र के प्रतिनिधि ओपी विजयवर्गीय ने स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। सभी विभागों का सहयोग आवश्यक इस मौके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महीप किशोर तेजस्वी, अपर कलेक्टर शिवप्रसाद मंडराह, अनुविभागीय अधिकारी राजगढ़ रत्नेश श्रीवास्तव, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, समिति के सदस्य और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।