भास्कर न्यूज | कवर्धा वनांचल ग्राम कुई स्थित आदिवासी कन्या आश्रम में बालिकाओं से घरेलू मजदूरी कराने का मामला सामने आया है। आरोप है कि अधीक्षिका ने अपने परिवार के कपड़े धुलवाने के लिए एक आदिवासी बच्ची पर दबाव डाला। मना करने पर उसके साथ मारपीट की गई। इसके चलते शुक्रवार शाम को बच्ची अचानक बेहोश हो गई। उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इस दौरान बच्ची का गला सूजा दिखाई दिया। घटना की सूचना आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त को मिली तो उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं। अधीक्षिका की मूल पदस्थापना शिक्षा विभाग की है, लेकिन आदिम जाति कल्याण विभाग में अधीक्षिका पद पर कार्यरत है। आश्रम के पास ही सरकारी आवास में पति व बच्चों के साथ रहती है। आरोप है कि शुक्रवार को परिवार के कपड़े धुलवाने के लिए कक्षा 5वीं की एक छात्रा पर दबाव बना रही थी। मना करने उसके साथ मारपीट की गई। सीसी कैमरा भी नहीं: आश्रम में सीसी कैमरे नहीं हैं। इसी कैंपस के बगल वाले आदिवासी बालक आश्रम कुई में कुछ माह पहले एक बच्चे की मौत हुई थी, तब भी अधीक्षक पर कार्रवाई नहीं हुई। शुक्रवार रात को बच्ची के बेहोश होने पर उसे सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया। रातभर वह इलाज के लिए अस्पताल में ही भर्ती रही। सुबह डिस्चार्ज कराकर वापस आश्रम लेकर आए। पीड़ित छात्रा कक्षा 5वीं में पढ़ती है। वह ग्राम सरईपानी की रहने वाले है। शनिवार देर शाम तक बच्ची के परिजन को घटना की सूचना नहीं दी गई थी।


