रामनवमी पर रविवार को रायपुर के VIP रोड स्थित राम मंदिर में भव्य आतिशबाजी की गई। साथ ही ड्रोन से हनुमान जी ने दर्शन दिए। इसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी श्री राम मंदिर में पूजा-अर्चना की। सीएम साय ने मंदिर परिसर स्थित अंजनी माता और बाल हनुमान मंदिर में भी पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इसके अलावा रायपुर के दूधाधारी और जैतूसाव मठ में भगवान राम का दूध से अभिषेक कर स्वर्ण श्रृंगार किया गया। दूधाधारी मंदिर में 1100 किलो मालपूआ का भोग भी लगाया गया। आज मालपुआ का प्रसाद जनता को वितरित किया जाएगा। देखिए आतिशबाजी का ड्रोन वीडियो- 70 किलो सोने का हुआ श्रृंगार रविवार की सुबह राजधानी रायपुर स्थित दूधाधारी मठ में सुबह से ही लोगों ने मंदिर पहुंचकर राम-दरबार का दर्शन किया। मंदिर परिसर में स्थापित स्वामी बालाजी और श्री राम जानकी को राम नवमी पर 70 किलो के सोने से बने आभूषणों का श्रृंगार किया गया। मठ के प्रमुख राजेश्री महंत रामसुंदर दास ने कहा कि बताया कि राम नवमी, कृष्ण जन्माष्टमी और विजयादशमी के विशेष अवसर पर ही साल में 3 बार दूधाधारी मठ में स्वामी बालाजी और श्रीराम जानकी को स्वर्ण श्रृंगार से सुसज्जित किया जाता है। रात तक होता रहा ज्योति कलश विसर्जन हवन-कन्यापूजन के साथ रविवार को चैत्र नवरात्रि का समापन हुआ। नौ दिन ज्योति कलशों में जवारे की पूजा के बाद रात तक विसर्जन का दौरा जारी रहा। शहर के अलग-अलग समितियां जवारा विसर्जन के लिए गाजे-बाजे और जसगीतों की गूंज में साथ कंकाली तालाब पहुंचते रहे। महिला-पुरुषों के अलावा बच्चों ने भी जीभ, गाल और शरीर के दूसरे हिस्सों में बाना-सांगा धारण किए हुए थे। रायपुर में रामनवमी की तस्वीरें बिलासपुर में भव्य शोभायात्रा की तस्वीरें बिलासपुर और रायगढ़ में भी शोभा यात्रा निकाली गई बिलासपुर और रायगढ़ में भी शोभा यात्रा निकाली गई। वहीं बस्तर, अंबिकापुर समेत प्रदेशभर में रामनवमी धूमधाम से मनाई गई। ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे ने बताया कि भगवान राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को दोपहर के समय हुआ।