दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) रायपुर रेल मंडल ने मानसून के दौरान अंडरब्रिज में जलभराव की स्थिति को इस दफा गंभीरता से लिया है। दरअसल, शहर में कुल 52 रोड अंडरब्रिज है, इनमें मानसून के दौरान हर साल पानी भर जाता है। जिससे लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस बार रेलवे इन अंडरब्रिज में 5 से 20 हॉर्सपावर तक के दो पंप लगाएगा। ताकि अंडरब्रिज में होने वाले जलभराव से बचा जा सके। इसके अलावा गश्ती दल और साफ-सफाई के लिए विशेष व्यवस्था रेलवे ने की है। 52 अंडरब्रिज में सिर्फ 43 की जिम्मेदारी रेलवे पर हालांकि, 52 में से सिर्फ 43 का रखरखाव रेलवे करता है। जबकि 9 अंडरब्रिज राज्य शासन की जिम्मेदारी में आते हैं। रेलवे ने अपनी जिम्मेदारी में आने वाले हर अंडरब्रिज पर 5 से 20 हॉर्सपावर तक के दो पंप लगाए हैं, ताकि बारिश के दौरान पानी जल्दी निकाला जा सके और यातायात बाधित न हो। अंडरब्रिज से संबंधित रेलकर्मी के नंबर जारी रेलवे ने बलौदाबाजार, भाटापारा, बिल्हा, मांढर, टेकरी, अमानाका, उरला, सुपेला, भिलाई, नेहरू नगर, रायपुर नाका, मंदिर हसौद, लखोली, दुर्ग-दल्लीराजहरा समेत कई अंडरब्रिज में व्यवस्था की गई है। प्रत्येक अंडरब्रिज पर संबंधित रेलकर्मी का नाम और संपर्क नंबर भी लगाया गया है, जिससे जरूरत पड़ने पर त्वरित संपर्क किया जा सके। ब्रिज, ट्रैक और पहाड़ी इलाकों की विशेष निगरानी रेलवे ने न सिर्फ अंडरब्रिज बल्कि ट्रैक पर बने ब्रिजों, ड्रेनेज सिस्टम, और पहाड़ी क्षेत्रों पर भी विशेष निगरानी के निर्देश दिए हैं: मानसून के लिए अलर्ट मोड पर रेलवे रेलवे ट्रैक सर्किट वाले यार्ड व स्टेशनों पर क्रॉस ड्रेनेज व्यवस्था लागू की गई है। कर्मचारियों को ट्रैक पर पेड़ों की छंटाई और तूफानी मौसम में सतर्कता के लिए भी विशेष निर्देश दिए गए हैं।