रायपुर में कुत्तों का आतंक:एक दिन में माना में 24 लोगों को डॉग बाइट के मामले, कच्चे मांस खाकर खूंखार हो रहे

राजधानी रायपुर के माना इलाके में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को पूरे दिन भर पागल कुत्ते ने इलाके में उत्पात मचाया। सुबह से लेकर देर शाम तक 24 लोग डॉग बाइट का शिकार हो गए। इनमें 11 साल का बच्चा भी शामिल है और 75 साल के बुजुर्ग भी। चार दिन बीत जाने के बाद भी नगर पंचायत माना की टीम उस पागल कुत्ते को पकड़ नहीं पाई है। दैनिक भास्कर टीम ने घटना की जानकारी के बाद माना इलाके का निरीक्षण किया। यहां बाजार क्षेत्र में डॉग खुलेआम कच्चे मांस और मछली खाते नजर आए। डॉक्टरों के मुताबिक, यही वजह है कि कुत्ते और ज्यादा एग्रेसिव हो रहे हैं। रोजाना 10 से 12 डॉग बाइट केस, माना सिविल अस्पताल के डॉक्टर केवल कांत ने बताया कि रोजाना मरीज रोजाना अस्पताल पहुंच रहे हैं। आमतौर पर डॉग बाइट के 10 से 12 केस रोजाना आते हैं, लेकिन मंगलवार घटना वाले दिन अस्पताल में इमरजेंसी जैसी स्थिति थी। अस्पताल में हर एक -एक घंट में डॉग बाइट के शिकार मरीज एंटीरेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे थे। और यह संख्या 24 तक पहुंच गई। डॉक्टर ने बताया कि कुछ मरीज ऐसे भी आए थे जिनके धाव गहरे थे। डॉ. कांत के अनुसार, मानसून के सीजन में आमतौर पर कुत्ते ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं। वही माना इलाके में नॉनवेज मार्केट में मांस-मछली की उपलब्धता उन्हें और एग्रेसिव बना रही है। पागल कुत्ता गांव से होकर माना आया मान नगर पंचायत के सीएमओ समीर बाजपेयी ने बताया कि पागल कुत्ता पहले टेमरी, बनरसी, माना बस्ती और माना कैंप जैसे गांवों में घुसा और कई लोगों को काटने के बाद माना पहुंचा। यहां भी उसने कई लोगों को घायल किया और फिर आगे बढ़ गया। उन्होंने कहा कि कुत्ते को पकड़ने के लिए हमने टीम लगाई गई थी, लेकिन अब वह कुत्ता माना और आसपास के गांवों से बाहर निकल चुका है। बाजपेयी ने दावा किया कि बाजारों से निकलने वाले नॉनवेज वेस्ट को गड्ढा खोदकर नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में 2.63 लाख कुत्ते रायपुर में डाग रोज 57 लोगों को काट रहे है। सड़कों-गलियों में मौजूद आवारा और बेसहारा कुत्ते लोगों की परेशानियां बढ़ा रहे हैं। सरकार विधानसभा में बता चुकी है कि रायपुर जिले में पिछले तीन वर्षों में 51,730 मामले कुत्तों के काटने के दर्ज किए गए। रायपुर में अकेले पिछले 3 साल में 51 हजार से अधिक लोगों को कुत्ते ने काटा (2024-25 के आंकड़े जनवरी तक के है।) कच्चा मांस खाने से हो रहे आक्रामक’ दैनिक भास्कर की टीम शहर के मान इलाके के अलावा गोल बाजार, शास्त्री बाजार, जवाहर मार्केट, बांसटाल रोड, चिकन-मटन मार्केट जैसे इलाकों का जायजा लिया। लगभग सभी इलाकों में स्ट्रीट डॉग बड़ी संख्या में थी। वहीं जवाहर मार्केट के पास चिकन और मटन मार्केट में बड़ी तादाद में स्ट्रीट डॉग देखने को मिले। चिकन-मटन मार्केट में लापरवाही भी देखने को मिली। दुकान संचालक खराब सड़ा कच्चा मांस वहीं फेंक रहे थे जिसे कुत्ते खाते दिखाई दिए। जानकारों का कहना है कि सड़ा गला कच्चा मांस खाने के कारण भी कुत्ते आक्रामक हो जाते हैं। ज्यादातर ऐसे इलाकों के ही स्ट्रीट डॉग एग्रेसिव दिखते हैं। डॉग शेल्टर तैयार पर शुरू नहीं कुत्तों के लिए रायपुर नगर निगम ने सोनडोंगरी में डॉग शेल्टर तैयार किया है। करीब दो एकड़ खाली जमीन पर एक बाड़ा बनाया गया है। साथ ही यहां पर अस्पताल, डाक्टरों के रहने की व्यवस्था इत्यादि भी की गई है। डॉग शेल्टर में एक साथ करीब 50 कुत्तों को रखने की व्यवस्था है। शहर में बीमार और खूंखार कुत्तों को पकड़कर यहां पर उनका इलाज और नसबंदी काम होना है। लेकिन नगर निगम की ओर से अब तक डॉग शेल्टर शुरु नहीं किया है। छत्तीसगढ़ में साल 2023 में लगभग 1 लाख 20 हजार लोगों को कुत्तों ने काटा था मानव अधिकार आयोग ने पिछले साल अगस्त महीने में प्रेस कांफ्रेस कर यह आंकड़े जारी किये थे। साथ ही प्रदेश में बढ़ते डॉग बाइट के मामले में चिंता जाहिर कर नगर निकायों को को उचित कदम उठाने की सलाह दी थी। कुत्ते के काटने पर हड़बड़ी न मचाएं, करें 5 उपाय

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