छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टे का जाल तेजी से फैल रहा है। रायपुर पुलिस ने हाल ही में 14 सटोरियों को पकड़ा है, जबकि महादेव सट्टा मामले में प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल समेत कई फरार हैं, लेकिन अब अलग-अलग नामों से वेब साइट चला रहे हैं। इसका पासवर्ड भी आसानी से वॉट्सऐप पर मिल जाता है। भास्कर के स्टिंग ऑपरेशन में अन्ना रेडी ऑनलाइन बेटिंग ऐप का पैनल चला रहे सटोरिए ने बताया कि छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप के अलग अलग नामों से करीब 20 वेबसाइट एक्टिव हैं। राहुल गांधी (बिलासपुर) और रौनक सैलूजा (बेमेतरा) सट्टा का पैनल चलाते हैं। इनसे ही जुड़कर इस कारोबार में आया हूं। सटोरिए ने बताया कि अन्ना ऐप का पैनल 25 से 30 लाख और बाकी अन्य वेबसाइट का पैनल 15-20 लाख में मिल जाता है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और बेमेतरा समेत अन्य जिलों के लड़कों को सैलरी में रखकर सट्टे का कारोबार चलाया जा रहा है। सटोरिए के मुताबिक सभी लड़कों को कोलकाता और गोवा में रखते हैं। यहां रौनक की गर्लफ्रेंड सट्टा खिलाने वाले लड़कों के रहने के लिए फ्लैट का इंतजाम करती है। इस स्टिंग ऑपरेशन में विस्तार से पढ़िए कैसे चलता है, ऑनलाइन सट्टे का खेल… पहले पढ़िए कुछ सवाल-जवाब के अंश रिपोर्टर: किस सट्टा एप से जुड़े हैं, कैसे होता है काम? सटोरिया: रेड्डी अन्ना एप का पैनल चलाया है। कई वेबसाइट होती हैं, इन्ही के अंदर अलग-अलग गेम होते हैं। जिनमें सट्टा लगता है। रिपोर्टर – लॉग इन पासवर्ड कैसे मिलते हैं? सटोरिया: पैनल चलाने वाले लड़के वॉट्सऐप से पासवर्ड उपलब्ध कराते हैं। रिपोर्टर – सट्टा एप से कैसे जुड़े? सटोरिया: रौनक के माध्यम से मैं अन्ना एप से जुड़ा। उसने नौकरी देने के लिए मुझे, 3 दोस्तों को कोलकाता भेजा था। वहां उसकी गर्लफ्रेंड थी, जिसने रहने-खाने की व्यवस्था की। रिपोर्टर: रौनक के साथ और कौन-कौन हैं इसमें शामिल ? सटोरिया: रौनक के साथ राहुल गांधी भी शामिल है। राहुल खेलता भी है और पैनल भी चलाता है। वो गोवा में है। अब जानिए और किन नाम से चल रहा है ये काला कारोबार ये कैसे काम करता है? इन वेबसाइट के कई पैनल और ब्रांच होती है। ये सब अलग-अलग जगह से चलती है। इनमें रायपुर, बिलासपुर, बेमेतरा, दुर्ग-भिलाई के युवकों के जरिए ऑपरेट कराया जाता है। मुख्यत ये कोलकाता और गोवा से ऑपरेट हो रहे हैं। बेमेतरा-बिलासपुर के युवक म्यूल खाते उपलब्ध करा रहे भिलाई, बेमेतरा, बिलासपुर के ये युवक काम करने के साथ ही म्यूल खाते उपलब्ध करा रहे हैं। ये खाते ट्रांजेक्शन के लिए होते हैं, जिसमें लाखों का ट्रांजेक्शन होता है। स्टिंग ऑपरेशन में बताए कई नाम सटोरिए ने स्टिंग ऑपरेशन में कई लोगों के नाम लिए हैं। इनमें पूरे गैंग का मास्टरमाइंड रौनक, राहुल और वसीम को बताया है। ये सटोरिए मिलकर छत्तीसगढ़ में कारोबार चला रहे हैं। इनके लोगों में कुछ लोग सट्टा खिलाते हैं तो कुछ युवकों को कोलकाता-गोवा तक पहुंचाने का काम करते हैं। प्रदेश के युवाओं को 20 हजार सैलरी का लालच ईओडब्लू की जांच में महादेव के साथ रेड्डी अन्ना एप का भी जिक्र है। बिलासपुर और बेमेतरा के दो सटोरिए रौनक और राहुल कोलकाता और गोवा में कई पैनल ऑपरेट कर रहे हैं। इन पैनलों में काम करने के लिए 20 हजार रुपए की सैलरी दी जाती है। रेड्डी अन्ना एप दुर्ग-भिलाई, बेमेतरा, बिलासपुर और रायपुर के युवकों को नौकरी दे रहा है। दोनों सटोरियों के साथ बड़ी संख्या में भिलाई और बेमेतरा के युवक जुड़े हुए हैं। रौनक की गर्लफ्रेंड कराती है फ्लैट का इंतजाम रौनक और राहुल दोनों यहां से युवकों को कोलकाता और गोवा भेजते हैं। रौनक अपनी टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी के माध्यम से टिकट बुक कराकर युवकों को भेजता है। वहीं उसकी प्रेमिका अंजलि यहां से जाने वाले युवकों को कोलकाता में किराए के फ्लैट में रहने का इंतजाम कराती है, ताकि वहां से पैनल संचालित कर सकें। दोनों मास्टरमाइंड सटोरिए रेड्डी अन्ना बुक के 11xplay.in,99exchange.in.playcasino.in.laser246.in,reddybook.live और reddybookclub.live वेबसाइट संचालित कर रहे हैं। रेड्डी अन्ना का सेटअप तैयार करके सटोरिए काम कर रहे हैं। इसमें फर्जी बैंक खाते और ट्रांजेक्शन किया जा रहा है। इसके बाद पैसा हवाला के जरिए दुबई तक पहुंचाया जा रहा है। सौरभ ने अपनी कंपनी ट्रिनिटी सॉल्यूशन में पैसा निवेश किया इन सभी बुक में सौरभ, अमित मजेठिया, रनबीर रॉय, कृष शाह, शाहिल, हर्षित, लक्ष्य विज, उमेश, समीर, हितेश, हरिशंकर, राकेश राजदेव भी शामिल है। एसीबी की फाइनल रिपोर्ट के मुताबिक सौरभ ने अपनी कंपनी ट्रिनिटी सॉल्यूशन में पैसा निवेश किया है। कंपनी दुबई में है और नितिन दीवान भी इसमें शेयर होल्डर हैं। सट्टे का पैसा इन्वेस्ट करने कई कंपनियां बनाई सौरभ ने इन सभी कंपनियों को सट्टे के पैसे को निवेश करने के लिए कई बनाई हैं। इनमें एक्सल वेंचर्स, परफेक्ट प्लान इनवेस्टमेंट, सिया इन्फोटेक समेत कई नाम हैं।