रूस-यूक्रेन जंग में जबरन धकेले जा रहे भारतीय:सांसद सतनाम का विदेश मंत्रालय को पत्र, बोले- पंजाबी युवा फंसे हैं, डंकी रूट से गए थे

भारत से रोजी रोटी कमाने गए युवकों को वर्दी पहनाकर रूस-यूक्रेन जंग में धकेला जा रहा है।राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू ने कहा कि भारत से करीबन 127 ऐसे युवा सामने आए हैं, जो वहां फंसे थे, इनमें से 98 को वापिस लाया जा चुका है। बाकी के बचे युवकों को लाने के लिए भी सरकार प्रयास कर रही है। संधू ने चंडीगढ़ में पत्रकारवार्ता के दौरान बताया कि पीड़ित युवकों के परिवारों ने उनके साथ संपर्क सांझा किया गया। उन्होंने कहा कि युवकों द्वारा भेजे गए वॉइस नोट चिंता पैदा करने वाले हैं। वह वहां बेहद बुरे हालात में हैं। भारतीयों को फ्रंट पर रखा जा रहा सांसद ने कहा कि युवक बता रहे हैं कि जंग के दौरान उन्हें फ्रंट पर रखा जा रहा है और कई युवक इस जंग के दौरान मारे जा चुके हैं और कइयों के शारीरिक अंग नाकारा हो चुके हैं। भले ही वह गलत ढंग से प्रवास कर विदेश गए थे मगर फिर भी केंद्र सरकार उन्हें वापिस लाने के प्रयास कर रही है।
विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर की हस्तक्षेप की मांग
सतनाम सिंह संधू ने बताया कि उनकी तरफ से विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर रूस में फंसे कई पंजाबी युवकों को बचाने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। ये पंजाबी युवक कथित तौर पर आकर्षक नौकरियों के वादे के साथ ठगे गए हैं और रूसी सेना में भर्ती होने के लिए मजबूर किए गए हैं। विदेश मंत्रालय को लिखा पत्र संधू ने विदेश मंत्रालय को लिखे एक पत्र में, सांसद सतनाम संधू ने रूस में फंसे पंजाब के युवाओं को बचाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि ये युवक कथित तौर पर धोखेबाज एजेंटों ‌द्वारा रूस में नौकरियों का लालच देकर गुमराह किए गए हैं। विदेश मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा गया है कि रूस पहुंचने पर, इन युवकों को कथित तौर पर अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने, उन्हें रूसी सेना में प्रशिक्षण करने और रूस-यूक्रेन संघर्ष क्षेत्र के पास तैनाती के लिए मजबूर किया गया। सांसद ने इन युवकों की सुरक्षा और भारत में उनके परिवारों के पास शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। संधू ने कहा, “मैंने रूस में फंसे पंजाबी युवकों को बचाने का मुद्दा विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है और स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा हूं तथा उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय संपर्क में हूं। मैं अपने युवाओं और उनके अभिभावकों से भी आग्रह करता हूं कि वे सतर्क रहे और विदेशों में आकर्षक नौकरी के अवसरों का वादा करने वाले धोखेबाज एजेंटों के झांसे में आने से बचें।” एजेंट ने साढ़े तीन लाख लेकर जंग में धकेला
सतनाम सिंह संधू ने कहा कि ऐसी कई घटनाएं सामने आई है जहां भारतीय युवा धोखेबाज ट्रैवल एजेंटों के बहकावे में आकर विदेशी में आकर्षक नौकरियों के झूठे वादों का शिकार हुए हैं। मोगा के युवक ने सांसद को किया फोन इनमें से कई युवा असुरक्षित परिस्थितियों में फंस गए, जहां उन्हें गंभीर कठिनाइ‌यों का सामना करना पड़ रहा। ऐसा ही एक मामला हाल ही में पंजाब के मोगा के चकनियां कालरा गांव के रहने वाले पंजाबी युवक बूटा सिंह का है। रूस में फंसे बूटा सिंह ने सांसद सतनाम सिंह संधू से संपर्क कर अपनी आपबीती सुनाई और सुरक्षित भारत वापसी की गुहार लगाई। जिसे दिल्ली के एक एजेंट के जरिए 3.5 लाख रुपए में रूसी वीजा मिला, जिसने रूस में नौकरी दिलाने का वादा किया था।

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