हरियाणा के रेवाड़ी में घर में घुसकर ननद-भाभी के कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाने और 22 तोला सोना लूटने के मामले को पुलिस ने हल कर लिया है। यह वारदात बावरिया गैंग ने की। पुलिस ने महेंद्रगढ़ से 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सामने आया कि यह गैंग अपने ही समाज के लोगों को निशाना बनाता था। गैंग के मेंबर फरीदाबाद के अलावा राजस्थान में भी वारदातें कर चुके हैं। रेवाड़ी में 3 अप्रैल को कुछ बदमाश एक घर में घुस गए थे। उन्होंने गन पॉइंट पर परिवार की महिलाओं को चुप कराने के लिए उनके बच्चे को उल्टा लटका दिया। बदमाशों ने घर के मुखिया की पत्नी और बहन को डरा-धमका कर न सिर्फ उनके कपड़े उतरवाए बल्कि दोनों से अश्लील हरकतें करते हुए उसका वीडियो भी बना लिया। इसके बाद बदमाश बक्से और अलमारी के ताले तोड़ने के अलावा घर का फर्श खोदकर 18 लाख की ज्वेलरी निकालकर फरार हो गए। घटना के बाद गांव के बाहर लगे CCTV कैमरे की फुटेज से पुलिस को गैंग के एक मेंबर का सुराग लगा। इसके बाद पुलिस पड़ताल करते हुए आरोपियों तक पहुंची। गैंग के सदस्यों पर पहले भी रेप, छेड़छाड़ और आर्म्स एक्ट के केस दर्ज हैं। पहले 2 पॉइंट में जानिए घटना कैसे हुई पहले रेकी, फिर 3 अप्रैल का दिन चुना
DSP डॉ. रविंद्र कुमार ने बताया कि बावरिया गैंग ने जिस घर को निशाना बनाया, उसकी रेकी गिरोह ने पहले से कर रखी थी। उन्हें परिवार की आर्थिक स्थिति के अलावा यह भी पता था कि परिवार का मुखिया 3 अप्रैल को घर से बाहर जाएगा। इसी वजह से गैंग ने वारदात के लिए 3 अप्रैल का दिन चुना। 3 अप्रैल की रात को 5 बदमाश 2 बाइक पर सदर थाना एरिया के गांव पहुंचे। गांव के बाहर उन्होंने अपनी बाइक गेहूं के खेत में छिपा दी और अपने मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ कर लिए। वीडियो वायरल करने की धमकी दी
DSP ने बताया कि गैंग के मेंबर घर की पिछली दीवार से होते हुए छत पर पहुंचे। छत पर जाने के बाद उन्होंने सबसे पहले वहां मौजूद ननद-भाभी को बंदूक के दम पर बंधक बना लिया। इसके बाद उन्होंने दोनों महिलाओं को डरा-धमका कर उनके कपड़े उतरवाए और अश्लील हरकतें कीं। गैंग ने परिवार के बच्चों को उल्टा लटका दिया ताकि महिलाएं शोर न मचाएं। इसके बाद उन्होंने घर में रखा सोना लूट लिया और CCTV कैमरों की DVR तोड़ दी। जाते समय बदमाश धमकी दे गए कि घटना के बारे में किसी को बताया तो महिलाओं की वीडियो वायरल कर देंगे। अब जानिए आरोपियों तक कैसे पहुंची पुलिस… गांव के बाहर CCTV से लगा सुराग
DSP डॉ. रविंद्र कुमार ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस को परिवार ने बताया था कि डकैती को अंजाम देने वाले लोग बातचीत से उनके ही समाज के लग रहे थे। इसके बाद पुलिस ने बावरिया समाज के ऐसे युवाओं को खोजना शुरू किया, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस को गांव के बाहर लगे एक CCTV कैमरे की फुटेज में 2 बाइक पर कुछ युवक जाते हुए नजर आए। इनमें एक बाइक महेंद्रगढ़ के गागड़वास गांव के संजू नामक युवक के पास देखी गई। एक आरोपी पर रेप-छेड़छाड़ के केस
पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो संजू के खिलाफ रेप और छेड़छाड़ के 2 मामले दर्ज मिले। पुलिस ने संजू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह सनकी लगा। संजू ने पूछताछ में राजस्थान के रामबाबू का नाम लिया। पुलिस ने रामबाबू को अरेस्ट किया तो पता चला कि उस पर आर्म्स एक्ट के तहत पहले से केस दर्ज है। फरीदाबाद-राजस्थान में वारदात कबूलीं
DSP के अनुसार, पुलिस इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि इस गैंग के कुल पांच मेंबर हैं। यह सभी फरीदाबाद और राजस्थान के रहने वाले हैं। इसी गैंग ने 29 मई 2025 को फरीदाबाद के छायशा थाना एरिया में बावरिया समाज के ही एक परिवार को इसी प्रकार लूटा और परिवार की महिलाओं से दुराचार किया। 29 जून को गैंग ने राजस्थान में चुरू जिले के राजगढ़ में एक परिवार की महिलाओं को निशाना बनाते हुए दुराचार किया और सामान लूट लिया। बार-बार लोकेशन बदलते रहे आरोपी
डीएसपी ने बताया कि रेवाड़ी में वारदात के बाद आरोपी राजस्थान भाग गए। वहां से फिर फरीदाबाद में आकर वारदात की और दोबारा राजस्थान चले गए। गैंग के मेंबर बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। उन्होंने कहा कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर दूसरी घटनाओं का पता लगाया जाएगा। गैंग के फरार चल रहे बाकी 3 मेंबरों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।