लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) ने एक बार फिर मानवीय संवेदनशीलता और त्वरित प्रतिक्रिया का परिचय देते हुए एक 13 वर्षीय भटके हुए बच्चे को सुरक्षित संरक्षण में पहुंचाया। बिहार के सिवान जिले का निवासी यह बच्चा दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन पर लावारिस स्थिति में मिला। जानकारी के अनुसार, वह अपने घर से नाराज होकर किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ ट्रेन से लखनऊ पहुंचा था। स्टेशन पर पहुंचने के बाद वह व्यक्ति उसे लिफ्ट के पास छोड़कर गायब हो गया। परिजनों के संपर्क नंबर मिले स्टेशन पर तैनात पुलिस सुरक्षाकर्मी ने बच्चे को संदिग्ध स्थिति में देख तुरंत स्टेशन कंट्रोलर को इसकी सूचना दी। मेट्रो कर्मचारियों ने बच्चे से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन वह डरा हुआ था। इसके बाद बच्चे के बैग की जांच की गई, जिसमें मौजूद डायरी से उसके घर का पता और परिजनों के संपर्क नंबर मिले। इन्हीं विवरणों के आधार पर उसके माता-पिता से संपर्क साधा गया। चाइल्ड हेल्पलाइन सुपरवाइजर के सुपुर्द किया घटना की गंभीरता को देखते हुए स्टेशन कंट्रोलर ने तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन और स्थानीय पुलिस को सूचित किया। इसके बाद थाना नाका पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम मौके पर पहुंची। सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए बच्चे को चाइल्ड हेल्पलाइन सुपरवाइजर के सुपुर्द कर दिया गया। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने इस सराहनीय कार्रवाई पर मेट्रो कर्मियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यात्री सुरक्षा के साथ सामाजिक उत्तरदायित्व निभाना संस्था की प्राथमिकता है, और इस घटना में मेट्रो स्टाफ ने सतर्कता और संवेदनशीलता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।


