लाखों के चंदन के 4 पेड़ काटकर ले गए तस्कर:सरगुजा में फॉरेस्ट ऑफिस के पीछे वारदात, पेड़ के मोटे तने काटे

सरगुजा में पीसीसीएफ कार्यालय के पीछे बांसबाड़ी में लगे 4 चंदन के पेड़ बुधवार रात तस्करों ने काट डाले। तस्कर पेड़ों की मोटी टहनियां काटकर ले गए। चोरी किए गए पेड़ों की कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है। जिस जगह चंदन के पेड़ काटे गए, वहां करीब 600 पेड़ लगे हैं। लंबे समय बाद सरगुजा में फिर से चंदन के पेड़ों की चोरी की घटनाएं शुरू हो गई हैं। जानकारी के मुताबिक, फॉरेस्ट पीसीएफ (मुख्य वन संरक्षक) कार्यालय के ठीक पीछे स्थित बांसबाड़ी नर्सरी में तस्करों ने चंदन के चार पेड़ों को काट दिया। तीन पड़ों के मोटे तने चोर साथ ले गए। तस्करों ने सात अन्य चंदन के पेड़ों पर भी आरा चलाया है। तस्करों ने पेड़ के अन्य हिस्सों को छोड़ दिया है। एक मोटा पेड़ भी काटकर छोड़ दिया गया। लोगों ने दी सूचना तो पहुंचे वनकर्मी ​​​​​​​बांसबाड़ी में वन विभाग की ओर से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। सुबह में मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने चंदन के पेड़ों को कटा हुआ देखा और वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। वन विभाग ने कटे हुए चंदन की लकड़ियों को जब्त कर लिया है। तस्करों ने चार पेड़ काटे थे, जिसमें से मोटी लकड़ी तस्कर अपने साथ ले गए हैं। चैन शॉ से काटे गए हैं पेड़ काटे गए पेड़ों को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि, तस्करों ने पेड़ों को चैन शॉ की मदद से काटा है। तस्कर अपने साथ मालवाहक वाहन भी लेकर आए थे, जिसमें वे पेड़ों के तनों को लोड कर ले गए। चोरी गए पेड़ों की कीमत लाखों रुपए बताई गई है। हालांकि वनविभाग के अधिकारी इस मामले में बयान देने को तैयार नहीं है। यह चंदन के पेड़ 2009-10 में लगाए गए थे। 15 साल में यह पेड़ पूरी तरह विकसित हो गए हैं। वन विभाग ने इनकी सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। लंबे समय बाद शुरू हुई तस्करी सरगुजा में करीब पांच-छह साल पूर्व तस्करों ने बड़ी संख्या में शहर में लगे चंदन के पेड़ों को काटकर चोरी की। इस दौरान दर्जनभर से अधिक पेड़ काटकर चोरी कर लिए गए थे। कड़ाई के बाद चोरी की घटनाओं में अंकुश लगा था। फिर से एक बार सरगुजा में तस्कर सक्रिय हो गए हैं। बड़े पैमाने पर लगे हैं सफेद चंदन सरगुजा में बड़े पैमाने पर सफेद चंदन के पेड़ लगे हैं। लोगों ने व्यक्तिगत भी चंदन के पेड़ लगाए हैं। चंदन की लकड़ी सूखने के बाद चार से पांच हजार रुपये किलो तक की कीमत में बिकती है। इनकी खासी डिमांड भी है। इस कारण चंदन के पेड़ तस्करों के निशाने पर हैं।

FacebookMastodonEmail

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *