लातेहार जिले के बारियातू थाना क्षेत्र अंतर्गत भाट चतरा गांव में झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के उग्रवादियों ने बिजली कार्य में लगे चार मजदूरों पर हमला कर दिया। डंडों से बेरहमी से पिटाई की गई और दहशत फैलाने के लिए दो राउंड फायरिंग की गई। सबजोनल कमांडर उपेंद्र ने ली जिम्मेदारी घटना के बाद उग्रवादियों ने मौके पर पर्चा फेंककर इस वारदात की जिम्मेदारी ली। पर्चे में जेजेएमपी के सबजोनल कमांडर उपेंद्र का नाम दर्ज था, जिसमें चेतावनी दी गई थी कि बिना मैनेज किए काम करने का अंजाम बुरा होगा। मजदूरों से कहा– ठेकेदार को समझा देना पीड़ित मजदूरों ने बताया कि चार हथियारबंद उग्रवादी आए और आते ही मारपीट शुरू कर दी। जाते-जाते उन्होंने धमकी दी कि ठेकेदार को बता देना, बिना मैनेजमेंट के काम किया तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। इस दौरान उग्रवादियों ने मजदूरों के चार मोबाइल फोन भी लूट लिए। पश्चिम बंगाल के 25 मजदूर कर रहे थे कार्य घटना स्थल के पास पश्चिम बंगाल के लगभग 25 मजदूर रह रहे हैं। ये सभी चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के भवानी मठ, कसारी और लोहसिघना में 66 हजार वोल्ट के टावर पर बिजली तार बिछाने का काम कर रहे हैं। दिनभर कार्य के बाद ये सभी रात में भाट चतरा गांव लौटते हैं। यह कार्य केइसी कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। पुलिस ने की मौके की जांच, उग्रवादियों की तलाश जारी घटना की जानकारी मिलते ही बारियातू थाना प्रभारी रंजन पासवान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मजदूरों से घटना की जानकारी ली और बताया कि यह घटना लेवी वसूली को लेकर हुई है। पुलिस ने मौके से दो खोखा भी बरामद किया है और उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। जुलाई में भी हुई थी ऐसी वारदात उल्लेखनीय है कि इससे पहले जुलाई माह में राहुल दूबे गैंग ने फुलबसिया कोल साइडिंग में आगजनी और फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। यह क्षेत्र लगातार उग्रवादी घटनाओं से प्रभावित है।