लातेहार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चंदवा थाना क्षेत्र के पन्नाटांड़ जंगल से कुख्यात अपराधी राहुल सिंह गैंग के सात सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि गैंग के सदस्य अमझरिया कैंप के पास लूट और रंगदारी की योजना बना रहे हैं। इसके बाद लातेहार एसडीपीओ अरविंद कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम ने जंगल में घेराबंदी कर सभी को धर दबोचा। गिरफ्तार अपराधियों में अधिकांश युवा गिरफ्तार अपराधियों की पहचान रोहित कुमार, कुंदन तूरी, विशाल लोहरा, शुभम लोहरा, प्रमोद लोहरा, विक्रांत सिंह और विनय गुप्ता के रूप में हुई है। ये सभी लातेहार, चंदवा और बालूमाथ के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार सभी की उम्र 20 से 26 साल के बीच है और ये काफी समय से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे। हथियार, गोली और मोबाइल बरामद पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देशी पिस्तौल, 19 जिंदा कारतूस, 8 मोबाइल फोन और दो मोटरसाइकिल जब्त की हैं। बरामद मोबाइल की जांच की जा रही है, ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और संपर्कों का पता लगाया जा सके। पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। दो बड़ी घटनाओं में शामिल थे गिरफ्तार अपराधी पूछताछ में खुलासा हुआ है कि 9 मई को लातेहार के बोरसीदाग में पीआरए इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सड़क निर्माण साइट पर मजदूरों पर फायरिंग इन्हीं अपराधियों ने की थी। वहीं 15 मई को एमजी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड की साइट पर लेवी के लिए गोलीबारी की गई थी। दोनों घटनाएं राहुल सिंह और जेल में बंद कुख्यात बजरंगी उर्फ दीपक मेहता के निर्देश पर की गईं। छापामारी में बड़ी संख्या में पुलिस बल शामिल इस कार्रवाई में एसडीपीओ अरविंद कुमार के साथ चंदवा थाना प्रभारी रणधीर कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक भवेश यादव, ललन कुमार, सहायक निरीक्षक अनोज कुमार ओझा, मनोज कुमार दुबे और सैट-44 के सशस्त्र बल शामिल थे। सभी ने योजनाबद्ध तरीके से जंगल में घेराबंदी कर गैंग के सदस्यों को पकड़ा। पुलिस अब गैंग की फंडिंग और नेटवर्क की भी जांच कर रही है।