पंजाब के लुधियाना की दोराहा नहर में अब जल्द किश्तियां चलेंगी। शहर के लोगों के लिए यह एक अलग अनुभव होगा। करीब 1 सदी से भी ज्यादा समय के बाद सरहिंद नहर की इस (संयुक्त शाखा) में नावें चलने जा रही है। हालांकि, पहले की तरह इस बार इस नहर में लकड़ियां बहती हुई नहीं आएंगी। जल संसाधन विभाग के नेतृत्व में यह पहल, नहर पर नौवहन के पुनरुद्धार का प्रतीक है, जैसा कि ब्रिटिश काल में होता था। विभाग ने सिधवान नहर की शुरुआत में बने पुराने पुल के पास, नौकायन सेवाएं संचालित करने और एक मनोरंजन पार्क विकसित करने के लिए एक निजी कंपनी को ठेका दिया है। 3 किलोमीटर तक होगा नौकायन जल संसाधन विभाग (रोपड़ संभाग) के एक अधिकारी ने कहा कि नौकायन के लिए चिह्नित नहर का हिस्सा लगभग तीन किलोमीटर लंबा है, और गतिविधियां पहले किलोमीटर में ही केंद्रित हैं। अधिकारी ने कहा कि 1880 के दशक के बाद शायद यह पहली बार है जब इस नहर में नौका विहार किया जाएगा। ब्रिटिश काल में, लकड़ी के लट्ठों के परिवहन के लिए नावों का इस्तेमाल किया जाता था, और दोराहा क्षेत्र में तो लकड़ी के लट्ठों का एक समर्पित बाज़ार भी था। यह पुनरुद्धार पंजाब की नई पर्यटन नीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पर्यटकों को आकर्षित करना और राजस्व उत्पन्न करना है। 5 महीने पहले रोपड़ में शुरू की गई है परियोजना लगभग पांच महीने पहले रोपड़ में भी इसी तरह की परियोजना चलाई गई है। जिसे कथित तौर पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। नहर के किनारे एक अनोखा मनोरंजक अनुभव लोगों को प्रदान करने के लिए तैयार किया जा रहा है। 7 साल का ठेकेदार को दिया गया है कांट्रेक्ट
समझौते के तहत, निजी ठेकेदार को नौकायन क्षेत्र और मनोरंजन पार्क के लिए निर्धारित भूमि, दोनों के लिए सात साल का कांट्रेक्ट दिया गया है। प्रत्येक के लिए वार्षिक कांट्रेक्ट शुल्क 10 लाख रुपए है, जिसमें हर साल 10% की वृद्धि होती है। ठेकेदार भू निर्माण, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा उपायों सहित सभी विकास खर्चों के लिए भी ज़िम्मेदार है। साइट पर काम तेज़ी से चल रहा है। नहर के किनारे भू निर्माण का काम पहले ही पूरा हो चुका है। परियोजना पर काम कर रहे एक निजी कर्मचारी ने बताया कि तीन मोटरबोट मंगवाई गई हैं और भविष्य में और भी जोड़ी जा सकती हैं क्योंकि नावों की संख्या की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने ज्यादातर तैयारियां कर ली हैं। हम बस मनोरंजन पार्क के अंतिम रूप देने का इंतजार कर रहे हैं। एक-दो दिन में नौका विहार का परीक्षण शुरू होने की उम्मीद है। मनोरंजन पार्क में बच्चों के लिए मनोरंजक गतिविधियां और एक रेस्टोरेंट होगा। प्रशिक्षित चालक मोटरबोट चलाएंगे और लोगों को सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए जा रहे हैं। सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। नीलो पुल के पास भी नौका विहार का टेंडर है जारी दोराहा परियोजना के अलावा, जल संसाधन विभाग ने लुधियाना-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नीलों पुल के पास इसी तरह की नौका विहार पहल के लिए एक टेंडर जारी की है। हालांकि टेंडर अभी पूरी नहीं हुआ है, फिर भी अधिकारी पूरे क्षेत्र में नौका विहार गतिविधियों के विस्तार को लेकर आशावादी हैं। ब्राह्मण माजरा गांव से लोहारा क्षेत्र तक सिधवान नहर के लिए एक और प्रस्ताव पर काम चल रहा है। ब्रिटिश काल में सिंचाई के लिए किया गया था नहर को डिजाइन ब्रिटिश काल में लगभग 1882 में निर्मित सरहिंद नहर मूल रूप से सिंचाई के लिए डिजाइन किया गया था और पंजाब के मालवा क्षेत्र में कृषि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थी। इस ऐतिहासिक जलमार्ग पर नौका विहार के पुनरुद्धार को न केवल एक पर्यटन पहल के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि नहर की समृद्ध विरासत के सम्मान के रूप में भी देखा जा रहा है।