लुधियाना के जगराओं में पंजाब राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने वाल्मीकि जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की कहा कि भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाएँ सत्य, धर्म और आत्म-साक्षात्कार की प्रेरणा देती हैं, जो मनुष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती हैं। मीडिया से बातचीत में राज्यपाल कटारिया ने कहा कि “भगवान वाल्मीकि जी द्वारा रचित रामायण केवल एक महाकाव्य नहीं, बल्कि यह जीवन विकास, आनंद और ईश्वर प्राप्ति का मार्ग दिखाने वाली अमर रचना है। यह हमें सिखाती है कि आत्मा की शुद्धि और समाज के उत्थान के लिए धर्म और सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि वाल्मीकि जयंती मनाने का उद्देश्य केवल पर्व मनाना नहीं, बल्कि उनके आदर्शों को जीवन में उतारना है, ताकि स्वयं, परिवार और समाज के विकास की दिशा में आगे बढ़ा जा सके। अपने राज्यपाल पद के एक वर्ष पूरे होने पर उन्होंने भावनात्मक रूप से कहा कि “मैं जो आप लोग लिख देंगे, वही पढ़ लूंगा — और जब लगेगा कि मैंने कुछ सार्थक काम किया है, तो उसे आगे भी पूरा करता रहूंगा।” इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों को लेकर भी कहा कि “केंद्र सरकार हर विपदा में जनता के साथ खड़ी है, और हर संभव सहायता के लिए तत्पर है।”